तुम्हारी वाली होगी पटाखा और फुलझड़ी यारों..
मेरी वाली तो लक्ष्मी हैं...-
वो जो चंद लम्हे गुज़रें थे तुम्हारे साथ...
ना जाने कितने सालो तक मेरे काम आयेंगे....
तुम्हारी वाली होगी पटाखा और फुलझड़ी यारों..
मेरी वाली तो लक्ष्मी हैं...-
जो उसके चेहरे को देखा तो लगा कुछ यैसे...
जैसे टाँक दी हो खुदा ने आँखें गुलाब में...-
शायरी लीख कर सबसे पहले तुम्हें भेजता हूँ...जैसे खाना बन जाने पर भोग लगाया जाता है...
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उसकी होठों की लिपस्टिक तौबा तौबा ...
ताजमहल को चूम ले तो लाल किला बना दे...-
तुम्हारे होठों का जीक्र करने से पहले...
हमने गुलाबों से मशवरा किया था...-
पहन कर आयी है वो मेरी पसंद का लिबास ....
अच्छी तरह से जानती है पास् बुलाने का हुनर....-
चाँद तारे तोड़ के लाने जैसी बकवास बातें नही...
तुम कहो तो मनपसंद झुमके दिलवा सकता हूँ...-
मेरी ख्वाहिश देख मैं क्या चाहता हूँ..
मेरे बच्चों की पिटाई तुम्हारी चप्पल से हो...-
तुझे देखते ही सजदे में झुक जाता है मेरा सर...
मेरी नज़रों से देखो देवी हो तुम...-
कोई हम पर भी फ़िल्म बनाओ यारों...
उसने भी हमे अपने दिल से निकाला है...-