निंद मौत है ..
असली दुनिया से दूर एक छोटी सी गाँव है।
जहां तुम हो या तुम्हारी यादें..
निंद ख्वाबो से भरी एक कहानी है..
जिसके हर पन्ने पे तुम्हें ओ यादें मिलेंगी जो आधे अधूरे ख्वाहिशों से बनी होंगी..
....कुछ अनकही बातें।
कुछ अँनदेखे लोग या कुछ सतरंगी एहसास होगी.. इससे लड़ते-लड़ते तुम अपनी जिंदगी के
_उस पढ़ाओ तक पहुँच जाओगे जहाँ निंद का वैल्यू सिस्टम बस मौत के बराबर होती है..
ख्वाबो के धंधे होते हैं याहाँ।
सौदेबाजी में ..बेचने वाले भी तुम।
खरिदने वाले भि तुम .
खुशियों की नीलामी में तुम्हारी खुशियों का भाव भि तुम ही लगाओगे ..
..बडाओगे भी तुम ।
..घटाओगे भि तुम..
निंद अंत नहि - अंत बिराम है।
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चांद टूट के कहीं तो गिरा होगा
अखबार में तुम्हारा घर का पता लिखा है
पता नही क्यूं चर्चे है तुम्हारे इतना
सायद इतनी करीब से चांद पहली बार कोई देखा होगा।-
हादसों में गुजर रही है जिंदगी अभी
हर दिन की कहानी एक किताब है
पढ़ेंगे बैठ के जब आराम मिले
अभी लिखने से ही फुर्सत नही।-
न जाने कितने सवाल है मेरे दिल में
लगता है हर वास्ता से अनजान हूं।-
हालात भी नही पुछते हैं अब लोग हमसे
किस कायनात मे हम खोए है
गलियां गलियां पता पूछा है घर का
अब आके लोग हमे जनाजे में मिले है।-
हर जगह से मिटा रखी है तस्वीरे तुम्हारी
न जाने ख्वाबों को कैसे मिल जाती है !-
लेते होंगे कितने तेरे नाम
मन्नत भी मांग लेता होगा कोई
आंख बंद करके ही तो तुझे याद करता हूं
तुझे खुदा भी मान लेता होगा कोई !-
कहां कहां भागोगे इस शहर में तुम
हर गली में अपना मिल जायेगा
जिस दर्द का दवा ढूंढने निकले हो
वो दवा भी जहर बन जायेगा
ख्वाब में हकीकत ढूंढने से क्या फायदा
जो हो गया, वो बदल थोड़ी जायेगा !-
If you Dare to share your Weakness, You are the strongest Person
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