शुभ-प्रभात- चारोळी -
आपलेपणा मनाचा
असतो हळवेपणा
शब्द शब्द त्यातला
दूर करितो परकेपणा …॥
-
प्रकाशित कविता संग्रह-
१.गाणे दिवाणे(२००३), २.मन डोह(२०११), ३.शरण समर्थ... read more
Hi writers,Poets ,Reader Friends
Gm to you all.
Wishing you a Happy Sunday.
Friends- ,
Always remember,
Family first,
then you arrange
Priority list..
So enjoy a day with family..
💐💐💐-
उसको
सब पर
अधिकार जताना है
करना कुछ नही उसे
वह किसीं की ना सुने
वह कहे सब ने सूनना है
-
Hi, hello
To my writer-poet friends
Words are my humble friends,
Words are so kind hearted,
You writer and friends also
Same like words..
So, make our friendship
Long lasting..And heart touching..
Thanks
Your Senior writer friend-
तुम्हे छोड कर हमेशा के लिए दूर चले जाना
यह दर्द अब मेरे खालीपन का साथी है-
चारोळी- सांजवेळ
मन असतो गुंता भावनांचा
त्यास आवडे भावनांचे खेळ
विरहाचे क्षण नकोसे वाटे
नको नको व्याकुळ सांजवेळ ।
-
मन को समझना कठिन है
वह कभी दोस्त होता है,
तो कभी दुश्मन बन जाता है ।
अब जैसा भी है यह ,
निभाना तो पड़ेगा ही l-
कितनी मीठी यादें है जब से हम साथ है
तुम कहती जाओ,चाय का प्याला हाथ है ।-