Arun Tyagi  
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Joined 20 April 2020


Joined 20 April 2020
26 APR AT 18:35

🙏मेरे राम संवारें सबके बिगड़े काम 🙏
रघुवर की महिमा न्यारी है,हमको वेद बताते हैँ।
वो है सबके रघुनाथ,जो सबके मन को भाते हैं।
जो उनकी माला जपता,वो उनके काम बनाते हैँ।
जो उनकी शरणागत होते,भवसागर तर जाते हैँ।
चरण वंदना करो प्रभु की, साथ कभी ना छोड़ेंगे।
दुनिया रूठें सो रूठें ,वह तुमसे मुँह ना मोड़ेंगे।
नाव यदि मजधार फंसे, वो नैया पार लगाते हैँ।
वो हैँ सबके रघुनाथ, जो सबके मन को भाते हैं।

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25 APR AT 14:58

कौन नरम है और कौन है यहां मिजाज से सख्त।
वक्त आने पर बता देता है यह सभी कुछ वक्त।
तू तो बस सब्र का दामन यूं सदैव थामे रखना -
बेसब्र होकर करना नहीं तू कुछ भी मुख से व्यक्त।
कभी भी ज्यादा गुरुर न करना अपनी ताकत का-
अक्सर वक्त के साथ बदल जाया करते हैं तख्त।
बड़ी ही बेशर्म और बेहया होती है गरीबी-
उम्र का भी लिहाज नहीं करती है कभी भी कमबख्त।

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24 APR AT 7:01

राम राम जी
क्या ले जाना जग से बन्दे ये जग तो बेगाना है।
तोड़ के पिंजरा इक दिन देखो पंछी को उड़ जाना है।
कुछ ना जाए संग में तेरे नेक कमाई जाएगी-
नेक कमाई करता चल गर जीवन सफल बनाना है।

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23 APR AT 22:14

हृदय में प्रभु श्री राम विराजे हैं उनके हरवक्त ।
दे नहीं पाया कोई भी उनको ब्रह्माण्ड में शिकस्त।
राम सीता को लगते हैं सबसे ही बड़े प्यारे-
उन हनुमान से बढ़कर नहीं है कोई यहां भक्त।

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23 APR AT 22:09

न शक्ल से खुबसूरत हूॅं न अक्ल से हूॅं मैं तेज।
पर मेहनत करने से करता नहीं हूॅं परहेज।
ज़मीं बंजर है तो क्या हुआ मैं भी कम नहीं हूॅं -
मिट्टी हो जाऊंगा करने को उसे मैं जरखेज।

जरखेज -उपजाऊ

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23 APR AT 22:05

न रार करो न करो किसी से भी तकरार ।
हंसी खुशी से जिन्दगी को लो तुम गुजार।
मौत मुलाकात का वक्त नहीं देती है-
गीले शिकवे मिटा कर सोया करो यार।

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21 APR AT 19:28

लोग सुनते हैं इसलिए तो मैं गाता हुॅं।
हर उम्र के सुनने वालों को मैं भाता हूॅं।
कुछ ऐसे एहसास हो जाते हैं बंया-
जिनके सहारे मैं दिल में उतर जाता हूॅं।

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20 APR AT 19:01

जय श्री राम

कोई कहे उसे मालिक तो कोई कहे उसे ही भगवान।
कोई कहे उसे दयालू कोई कहे उसे पत्थर समान।
नजर आता नहीं किसी को मगर हर शै में है वो मौजूद -
वही तो है नींव हमारी खड़ा है जिसपे हमारा मकान।

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19 APR AT 19:39



मां की तरह लुटाती है प्रकृति सदैव हम पर प्यार।
बिना मांगे देती है हमें सब कुछ वो बेशुमार।
चुप रहकर हमेशा अपना हर एक दर्द सहती है-
न किसी से कुछ कहती है न ही करती है तकरार।

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18 APR AT 22:17


आप बीती मुझसे कही नहीं जाती कभी भी हुजूर।
जगबीती की बातें तो कर लेता हूं सदा भरपूर।
अतीत का सीधा सा अरथ सिर्फ और सिर्फ दुख होता है-
उसे याद करने के बाद दुखी ही होगे आप जरुर।

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