अपने गुस्से के पीछे बहुत सी मुस्कुराहटे छुपाता रहा हूं , ऐसे ही इस दुनिया को बेवकूफ बनाता रहा हूं में। अपनी नाकामियों के पीछे बड़े-बड़े सपने छुपाता रहा हूं इसी तरह दुनिया को बेवकूफ बनाता रहा हूं में ||
आँख खोलकर मैं कभी "इसको" देख के चलता हूं तो कभी "उसको" देखकर गिरता हूं, पर जब भी आंख बंद करके सोता हूं अपनी जिंदगी के खुले आसमान में अपने मनचाहे पंख लगा के उड़ता हूं ।|
The person who does Misdeeds is very similar to this (-) and his kins has two options either just be a yesman and let him do whatever he was doing just like this (--) OR Just clash his thoughts like this (|) and turn him towards (+vity)