तू मेरी ना होने से में ख़फ़ा तो नहीं
मेरी जान तेरे शिवा मेरे पास कुछ भी नहीं
होगे तेरे चाहने वाले हज़ारों पर मेरे पास तेरे शिवा कुछ भी नहीं
ना रूठ तू उस समंदर की चाह में जिसका एक दरिया भी मेरे पास नहीं
करता हूँ में अपने इश्क़ का इज़हार सबके सामने
तेरे इश्क़ के शिवा मेरे पास कुछ भी नहीं
( अरुण शर्मा )
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