Arun Pratap Singh   (©UNTOLD WORD'S ( àŕỷã ))
2.5k Followers · 181 Following

read more
Joined 23 September 2017


read more
Joined 23 September 2017
9 JUN AT 21:27

मुझे हालातों से समझौता करना पड़ता है,
क्योंकि हालात मेरी हद से आगे निकल जाते हैं ।
मुझे सहेजने का हुनर कभी आया ही नहीं,
रिश्ते अक्सर मेरे हाथों से फिसल जाते हैं ।

✍️ अरुण प्रताप सिंह "आर्या"

-


22 MAY AT 19:32

एक वक़्त के बाद हम खुद ही समझ जाते हैं,
दुसरो को अहसास समझाते-समझाते ।
हाँ अब पत्थर दिल बन चुका हूँ मै,
दिल में सारी बातें छुपाते-छुपाते ।


✍️ अरुण प्रताप सिंह "आर्या"

-


20 MAY AT 16:20

मेरी तक़दीर में वो नहीं फिर भी वही चाहिए,
मेरे दिल की ये मुझसे बगावत है ।
एक लड़की जो बहुत खुश रहती है मेरे साथ,
वो भी किसी और की अमानत है ।


✍️ अरुण प्रताप सिंह "आर्या"

-


19 MAY AT 19:54

अपना बना नहीं सकता उसे मै,
क्योंकि मेरी भी अपनी कुछ मजबूरी है ।
वो मिला भी तो है मुझे ऐसे वक़्त में,
जब मेरे लिए मोहब्बत से ज़्यादा पैसे जरूरी हैं ।


✍️ अरुण प्रताप सिंह "आर्या"

-


23 MAY 2023 AT 19:16

अज़ीब सी बात है
जिससे आज़तक अनजान सा था मै...
वो शख्स खुद मै ही था
जिससे अबतक परेशान सा था मै...

-


5 MAR 2023 AT 19:49

काश रोक लेता मैं अपने बढ़ते कदमों को,
तो शायद इस कदर बेचैन बेकरार न होता....
गर सम्भल जाता वक़्त रहते मैं इस तबाही से,
तो शायद अपने अंदर के कलाकार को न खोता....

💔Aarya💔

-


19 FEB 2023 AT 16:04

चार दीवारों से बना ये घर कम मक़ान ज़्यादा लगता है,
कभी रहती थी खुशियाँ अब वो शमशान ज़्यादा लगता है,

रिश्तों में अब वो भरोसा नहीं रहा पहले कि तरह,
हर शख्स अब अपना कम अनजान ज़्यादा लगता है,

वो लड़ाई झगड़े वो हँसना खेलना जाने कहाँ खो सा गया है,
बंजर सा कोई खण्डहर हो जैसे वीरान ज़्यादा लगता है,

हर शख्स अपने में है सिमटा हुआ अपनी दुनिया में मगन,
बातें भी गर होती कभी तो जहन में फैज़ान ज़्यादा लगता है,

चार दीवारों से बना ये घर कम मक़ान ज़्यादा लगता है,
कभी रहती थी खुशियाँ अब वो शमशान ज़्यादा लगता है,

💔🖤Aarya🖤💔

-


15 FEB 2023 AT 20:36

मेरी रुख़्सती के बाद वो फ़साना याद आएगा,
राहों में गुज़र चुका जमाना याद आएगा....
हम न होंगे शायद आने वाले किसी कल में,
मगर सफ़र जब ख़त्म होगा अंदाज हमारा शायराना याद आएगा....

❣️Aarya ❣️

-


14 FEB 2023 AT 18:30

अतीत के इस काले दिवस में कुर्बान हुए हैं जो,
उन वीर सपूतों कि भी तो बाकी जवानी रही होगी....
पुलवामा में जो शहीद हुए थें आज के दिन,
उन Soldier's कि भी तो कोई कहानी रही होगी....

🖤Black day🖤

-


13 FEB 2023 AT 17:31

लापता से हो गए यार वो,
जो रहते थे कभी हर पल साथ में....

जाने क्यूँ खो गयें,
वो ख़ुशी के लम्हे अँधेरी रात में....

क़दम क़दम पर जो देते थे दिलासा,
हिम्मत कभी न हारने का....

आज उनका बस जिक्र ही होता है,
भूली बिसरी पुरानी याद में....

❣️Aarya❣️

-


Fetching Arun Pratap Singh Quotes