23 JAN 2017 AT 1:57

मेरे कलेजे के दर्द में थोड़ा मसाला तो मिलाओ,
धीमी आँच पे इसे थोड़ा और तो पकाओ,
कलम की कलछुल से परोसो मेरे जज़्बात,
कागज़ की थाल पे फिर लिखी होगी एक आग।

- Arun Prakash Singh