सुनो!
अनुशीर्षक पढ़े...-
....(student)
Dil toota aur kalam... read more
अब तुमसे कभी नहीं मिलेंगे हम;
दिसंबर की तरह तुम्हें छोड़ देंगे हम...-
जो हुआ सो हुआ भूल जाना चाहिए,,
तुम्हे मेरी एक याद में लौट आना चाहिए,
बिखर जाती हूँ बस तुम्हारी याद आने से
मुझे अपने दिल में पत्थर रख लेना चाहिए..
तुम रहते तो साथ मेरे कोई वजह से ही
तुम्हे तो बस दूर जाने का बहाना चाहिए,
इंकार करता रहे कोई हर दफा तुमको,
तो तुम्हे हमेशा के लिए रूठ जाना चाहिए
शेर -ओ -शायरी आखिर कब तक लिखेंगे
तुम्हे तो अब मेरा हो जाना चाहिए...
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अजीब से ख्याल आ रहे मेरे मन में;
मर तो नही जायेंगे ना एक दो दिन में..-
फुर्सत के लम्हे लेकर आओगे तो मिलेंगे हम;
वरना तुम आते रहोगे उतना बिछड़ते रहेंगे हम!!
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ये दूरिया मुकम्मल हो जाती
अगर तुम बताते हम दूर हो रहे,
हम तुम्हे यू न सोचा करते
अगर तुम कहते हम उनके पास जा रहे,
शाम बेचैन होती है मेरे यहाँ
हम यू न बैठते अगर तुम न कहते हम आ रहे,
इतना वक़्त कहाँ लगा दिया
तुम बता के तो जाते ;अब हम जा रहे...-
तमाम उम्र कोहराम रहेगा!
मेरे और मेरे बीच;
कि उसके हम हो न सके,
या मुझे उसने कभी अपना बनाया नही...-
कैसे इल्जाम लगा दूँ !उस पर;
जब वो कहता है ,मेरी कोई गलती नही...!-