भरोसा,प्यार ,मासूमियत कुछ भी रहने नहीं देते
जो जिंदगी होते है वहीं तो जीने नहीं देते
कभी आंखों से सपने कभी जीने की आजादी
मार ही देते है जान से बस सांसे रुकने नहीं देते
ಥ‿ಥ
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तुझपे मैं हक जताऊं कैसे
तुझे अपना हाल सुनाऊं कैसे
तू तो समझ जाता था ना
मेरी हर बात बिन बोले
तो इस बार भी समझ जा
अकेली परेशान उदास हूं मैं
अब क्यों हूं ये तुझे बताऊं कैसे??-
मुझसे कहा नहीं जाता अब हाल अपना
तुम अब मुझे सुनते भी तो नहीं हो
मै अकेली बिल्कुल अकेली हो गई हूं
तुम आके मेरा हाथ पकड़ते भी तो नहीं हो
मैं कहूं तो क्या कहूं तुमसे
तुम अब मुझे समझते भी तो नहीं हो
दूर कर दिया है तुमने खुद से मुझको जानती हूं
पर मैं क्या करू तुम मेरे ख्यालों से निकलते ही नहीं हो-
जो मेने पूछे नही सवाल तुमसे
उनका मुझे जबाव चाहिए
मेरे कल का मेरे आज का मुझे
तुझसे हिसाब चाहिए
..................???-
मै भी खुद को अकेला महसूस करती हूँ
जिसे कभी याद नहीं करना चाहती कभी
पता नहीं क्यों उसे ही याद करती हूँ
रो लेती हूँ अक्सर बन्द कमरे में
में आंशू आंखों के अब छुपा लेती हूँ
होती है तकलीफ मुझे भी तेरे न होने से
वो बात और है की अब मै दिखाती नहीं हूँ
मुझे यूं ही देखोगे अगर तो मुस्कुराता ही पाओगे
तकलीफ तुम्हे भी होगी जिस दिन तुम मुझे समझ जाओगे
मेरे खाली पन को अब ये अन्धेरा ही रास आता है
तू कहता है बदल गयी हूँ मै
पर मुझे तो तू भी पहले जैसा नजर नहीं आता है
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मेरी खामोशी से उसको फर्क पड़ेगा क्या
मैं रो दूं तो उसका भी दिल जलेगा क्या
नहीं इतनी जरूरी कभी हुई ही नहीं मैं
पर इस रिश्ते के खातिर वो भी लड़ेगा क्या
उसकी ख्वाहिश थी कि मैं उलझूं ना उससे
गर मैं पीछे भी हट जाऊं तो वो बढ़ेगा क्या
उसको कहां कोई खुशी थी मेरे होने से
मेरी गैर मौजूदगी में फिर तड़पेगा क्या
सब भुलाकर मेरा उसके पीछे पड़े होना
और अब बातें तक ना करना खलेगा क्या
बगैर उसके मैं खुश हूं मेरा ऐसा जताना
उसके एहसास को मेरे लिए बदलेगा क्या
बचकानी मेरी बातें उस पर हंसना मेरा
तकलीफ मुझको भी थी वो समझेगा क्या
वो कहता था उसको जरूरत नहीं मेरी
आखिर इस गैर के साथ वो करेगा क्या
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जो पराऐ थे उनसे शिकायत कैसी
अफसोस तो इस बात का है
जिन्हे अपना समझते थे वो भी पराए है
😐😔🥺-
ना मिलूं अगर तुम्हारे ख्यावों में मै तुम्हे
तो समझ जाना अभी सोये नहीं है हम
तुम्हें पसन्द नहीं है मेरा उदास चेहरा
बस इसीलिए तुम्हें याद करके रोये नहीं हम
😌😌😌-
किसी और का ख्याल तुम्हारे ख्यालों में भी ना आए
तो समझना तुम्हारी मोहब्बत सच्ची है
और ढूंढते हो अगर मेरे बाद भी किसी को
तो फिर हम अजनबी हैं यही बात अच्छी है
🙂🙂🙂-
कभी अगर लड़खड़ाऊँ मैं
तो तुम मेरा हाथ थाम लेना
यूं तो अक्सर संभाल लेती हूँ मै खुद को
इस बार न सम्भल पाऊँ तो मुझे तुम सम्भाल लेना
😌😌😌-