मुलाक़ातें नहीं होतीं हैं उनसे मेरी..
मुक़म्मल कहाँ होते हैं ख़्वाब अब ..!!
नींद आती नहीं मुझको शायद..
सुकूँ मिलता कहाँ है चैन अब..!!
भूलें नहीं हैं सुकूँ के रास्ते दोनों..
फ़िर भी भटके कहाँ तक हर सहर अब..!!(सहर~सुबह)
©अर्श'पथिक'-
दिल न लगे
जब किसी से
दिल लग जाए ...!!❣️
©पथिक