दिदार चाँद का करने कोसजदा मे दुसरा चाँद थाआसमां का चाँद ही जानेक्या होना उसका हाल था -
दिदार चाँद का करने कोसजदा मे दुसरा चाँद थाआसमां का चाँद ही जानेक्या होना उसका हाल था
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इक लम्हे काफी होते पूरी जिंदगी के वास्तेतेरे बाद जिंदगी तो रही, लम्हे फिर ना मिले -
इक लम्हे काफी होते पूरी जिंदगी के वास्तेतेरे बाद जिंदगी तो रही, लम्हे फिर ना मिले
जब लत लग गई होतपती रेत संग जीने कीइन मौसमी की अदला-बदलीआगज है सम्भल जाने कीइस उपर वाले ने करिश्मा भी अपरम्पार कीइन्सानों को भी रितुओ सारंग बदलने की अदायगी कीनहीं अच्छा रितुओ का हेराफेरीइन्हें फिक्र नहीं उदासी की जो तुम उदास हो उदास ही रहोरितुओ को आदत है बदल जाने की -
जब लत लग गई होतपती रेत संग जीने कीइन मौसमी की अदला-बदलीआगज है सम्भल जाने कीइस उपर वाले ने करिश्मा भी अपरम्पार कीइन्सानों को भी रितुओ सारंग बदलने की अदायगी कीनहीं अच्छा रितुओ का हेराफेरीइन्हें फिक्र नहीं उदासी की जो तुम उदास हो उदास ही रहोरितुओ को आदत है बदल जाने की
कुछ तो बात है जो उभरकर सामने आई हैतो क्या आज भी साथ तेरे परछाई आई हैन जाने क्यूं धूंध में तुम ढूंढते रहते हो रास्तातुम चलो साथ मेरे देख रोशनी नज़र आई हैतुझे माना है दिल ने जब से अजनबी चेहरातुम ही कहो कभी कोई शिकायत दोहराई हैंप्यार धोखा,जिन्दगी लम्बी कहानी माना अबइस जिन्दगी मे ना कभी आजमाइश आई हैरिश्ते प्यार एतबार के यादों के खट्टे-मीठे नातेकभी सोचा इनमें कड़वाहट कहां से आई है -
कुछ तो बात है जो उभरकर सामने आई हैतो क्या आज भी साथ तेरे परछाई आई हैन जाने क्यूं धूंध में तुम ढूंढते रहते हो रास्तातुम चलो साथ मेरे देख रोशनी नज़र आई हैतुझे माना है दिल ने जब से अजनबी चेहरातुम ही कहो कभी कोई शिकायत दोहराई हैंप्यार धोखा,जिन्दगी लम्बी कहानी माना अबइस जिन्दगी मे ना कभी आजमाइश आई हैरिश्ते प्यार एतबार के यादों के खट्टे-मीठे नातेकभी सोचा इनमें कड़वाहट कहां से आई है
रिस्ते और नाते मे ना कभी बंदगी देखीमकरी का जाल सा उलझी जिन्दगी देखीहर शय मे दिखता चक्रव्युह अभिमन्यु काऔर मोहरा-पासा मे पिसती जिन्दगी देखी -
रिस्ते और नाते मे ना कभी बंदगी देखीमकरी का जाल सा उलझी जिन्दगी देखीहर शय मे दिखता चक्रव्युह अभिमन्यु काऔर मोहरा-पासा मे पिसती जिन्दगी देखी
तौहीन-ए-वफा कीकभी दिल ने ना शिकायत कीकम्बख्त, तेरे खैरियत के वास्तेहर शय से मन्नत कीइन रुसवाईयों का, तुम ही दास्तां समझोहमारे दिल ने हमहीं से बगावत कीहमारे साथ का सबने इबादत की बेवफा,तुमने हमहीं से साजिश की -
तौहीन-ए-वफा कीकभी दिल ने ना शिकायत कीकम्बख्त, तेरे खैरियत के वास्तेहर शय से मन्नत कीइन रुसवाईयों का, तुम ही दास्तां समझोहमारे दिल ने हमहीं से बगावत कीहमारे साथ का सबने इबादत की बेवफा,तुमने हमहीं से साजिश की
सादे पन्ने पर दिख जाते होकहां कुछ भी कह पाते होसिर्फ नज्मों मे उतर पाते होतुम्हारी आदतें कुछ जुदा हैबिना कुछ कहे,कह जाते होऐ जिन्दगी तुम सांसे भर होक्यूं, परेशान किए जाते होक्यूं मशक्कत और फरेब क्यूंचन्द लम्हें का ही साथ जिन्दगीफिर भी वार पे वार किए जाते हो -
सादे पन्ने पर दिख जाते होकहां कुछ भी कह पाते होसिर्फ नज्मों मे उतर पाते होतुम्हारी आदतें कुछ जुदा हैबिना कुछ कहे,कह जाते होऐ जिन्दगी तुम सांसे भर होक्यूं, परेशान किए जाते होक्यूं मशक्कत और फरेब क्यूंचन्द लम्हें का ही साथ जिन्दगीफिर भी वार पे वार किए जाते हो
अब इन ख्वाबों से कर लिया तौबाहकीकत मे बाग़बान के फूल बिकते हैं -
अब इन ख्वाबों से कर लिया तौबाहकीकत मे बाग़बान के फूल बिकते हैं
रिसती पलकों से भींगती रही जिन्दगीख्वाबों को इनआँखों में जगह ना मिली -
रिसती पलकों से भींगती रही जिन्दगीख्वाबों को इनआँखों में जगह ना मिली
औरतों के हिस्से मे क़वायद अब भी जारी हैअमृता तुम, ईश्वरीय नेमत का पाकीज़ा अफसाना थीअपनी अहसासों को जिसने चूमकर उफ ना कियाअमृता तुम,उन औरतों के हौसले की कहानी थी -
औरतों के हिस्से मे क़वायद अब भी जारी हैअमृता तुम, ईश्वरीय नेमत का पाकीज़ा अफसाना थीअपनी अहसासों को जिसने चूमकर उफ ना कियाअमृता तुम,उन औरतों के हौसले की कहानी थी