Arpit Kashyap   (अर्पित कश्यप 'राही'✍️)
110 Followers · 15 Following

read more
Joined 6 May 2018


read more
Joined 6 May 2018
24 JUL 2023 AT 23:31

कल उसे गए, जमाना गुजर जायेगा
फिर एकरोज उसकी यांदो का, फसाना गुजर जायेगा

मिले फिर शायद वो किसी मोड़ पर
इस इंतज़ार में ये, दीवाना गुजर जायेगा

टूटकर रो पड़ेगा उसके घर का चबूतरा भी
जब उसकी गली से मेरा, जनाजा गुजर जायेगा

फिर बोलेंगे कल ही तो बात हुई थी उससे
इतनी खामोशी से ये, परवाना गुजर जायेगा

चांदनी रात तक सब साथ निभायेंगे
अंधेरी रात आते ही , याराना गुजर जाएगा

जब तक जिंदा है तो सुना रहा हूं
फिर मौत के बाद मेरा, अफसाना गुजर जायेगा

-


15 MAR 2023 AT 19:11

मौसम ये बेदर्दी ,क्यों आजकल
जीना है तेरे बिना, क्यों आजकल

सांसे ये चल रही है माना मगर
मर रहा हूं हर पल ,क्यों आजकल

-


8 MAR 2023 AT 18:31

घर पर बहुत रास आई ,घर की होली
खाने के बाद फिर प्यास लाई ,घर की होली

पास थे तो बहुत बचते फिरते थे
दूर हुए तो बहुत याद आई ,घर की होली


-


22 FEB 2023 AT 7:40

आज फिर से घर की याद आई
आज फिर से जिम्मेदारी बता दिल को बहलाया हमने

-


1 JAN 2023 AT 21:12

वक्त की खूबसूरती “ये बदलता जरूर है”
वक्त की सबसे बुरी बात “ये बदलता क्यों है”

-


5 DEC 2022 AT 20:55

तू साथी पुराना ,तेरा रास्ता बदल गया
मौसम की तरह, मुझसे वास्ता बदल गया,

ना शक्ल बदली है ना मेरा किरदार
बस तेरे देखने का,राबता बदल गया,

जिसके दम पे उतर आए थे बगावत पर
चंद शोहरत के बाद वो, दोस्त बदल गया,

ना ईमान कायम रख सके ना ही इल्म हया
मुसीबत आते ही मत पूछिए, कौन कौन बदल गया,

आरजू थी कि करूँ मुक्कम हर मंजिल
देखकर अपनो के धोखे, मेरा रास्ता बदल गया

हलक से नही उतर रहा था नाकामी का जहर
मां बाप के हाथ लगते ही, उसका जायका बदल गया

-


3 OCT 2022 AT 22:43

आंखों में खुशी की चमक का, अहसास मिले
जिंदगी में तुझे ,हर मुकाम खास मिले

हम तो बुझे दीपक है अंधेरा ही करेंगे
रोशन करे तुझे ,ऐसे दोस्त तेरे पास मिले

-


5 AUG 2022 AT 21:27

दुखी होती थी ,तो सबसे पहले बताती थी
शायद अब वो, पिछले साल से खुश रहती है

-


16 MAY 2022 AT 1:06

सांसों का क्या पता ,कब दगा दे जाए
इस पल “है” है ,किस पल “थे” हो जाए

ऐसा नही सिर्फ मै ही रोता हूं
गर सुने मेरे हालात , तो पत्थर भी रो जाए

मत जाना इस दुनिया के मेले में
कभी मेरी तरह भीड़ में, आप भी खो जाए

भूलकर भी उसे आवाज मत लगाना
बुरे वक्त में छोड़कर दूर जो जाए

आज सुकून की नींद को तरस रहे है
शायद कल कभी ना उठे ,ऐसी नींद सो जाए

-


11 FEB 2022 AT 21:29

!!!!

-


Fetching Arpit Kashyap Quotes