ना पुछ मेरे बारे में ,
ना मेरी ख़बर रख ..!!
तुझे मुझसे, बेहतर शख्श मिलेगा ,
बस, थोड़ा सबर रख ..!!— % &-
बस इसी वास्ते ख़ुद को पत्थर बनाए रखा,
कि, कोई तो होगा , जो हमे भी पूजेगा ..!!— % &-
ख़ुद को शाम,... तुझे सवेरा लिखा ,,
ख़ुद को आवारा,... तुझे मेरा लिखा ,,— % &-
तेरी आँखों का मैं काजल बन जाऊँगा ..!!
तू आईना नहीं ,मुझें देख ,
मैं पागल बन जाऊँगा ..!!
और इस गर्मी के मौसम में ,
तुंझे बारिश पसंद हैं ,
तू मेरा दिल तोड़ ,
मैं बरसता बादल बन जाऊँगा ..!!
— % &-
मैं महफ़िलों का सौकीन ,
मुझे तो बस तन्हाई मिली ..!!
जब भी छूना चाहा तुंझे,
मुझे तो बस परछाई मिली ..!!
लोग ढूंढते रहें तुझमें बुराई ,
मुझे तो बस अच्छाई मिली ..!!
सब कहते हैं वो झूठ बोलती हैं,
मुझे तो आँखों में बस सच्चाई मिली ..!!
उसकी बातें सबको ज़हर लगती हैं ,
मुझे तो होंठों में बस दवाई मिली ..!!
उसका घुस्सा सबने देखा ,
मुझे तो बस मुस्कुराई मिली ..!!
वो सबके सामने शरारत करने वाली ,
मुझे तो बस शरमाई मिली ..!!
— % &-
किसी को चाहकर ,चाहा भी नहीं ,
किसी के साथ रहकर ,रहा भी नही ,,
आँखों में सच्चाई थे, लबों ने कहा भी नहीं ,
मैं सारे गम सहता रहा, जो उसने सहा भी नहीं ,,
— % &-
कुछ ख़्वाब सजाए हैं ,
कुछ हमनें तोड़े हैं ..!!
कुछ लोगों ने हमें अपनाया ,
कुछ लोगों को हमनें छोड़े हैं ..!!
ज़िन्दगी बुलाती रहीं,
हमें सीधे रास्ते पर ,
हमने तेरी ख़ातिर ,
उनसे मुँह मोड़े हैं ..!!
ख्वाहिशें कभी हुआ करती थी बहुत ,
अब बहुत थोड़े हैं ..!!
कुछ ख़्वाब सजाए हैं ,
कुछ हमनें तोड़े हैं ..!!— % &-
खुद ही ख़्वाब सजाया है ,
तो खुद ही तोड़ेंगे ..!!
तुम हमें नहीं ,
हम तुम्हें छोड़ेंगे ..!!— % &-
जब इश्क़ की बूंदें बरश रही थी ,
तब हम छाता लिए खड़े थे ..!!
उसने अंग्रेजी में कुछ लिखा था ,
हम भी थोड़े, कम पढ़े - लिखें थे ..!!— % &-
कोई दिल मे प्यार बन कर रहा ,,
तो कोई नफ़रत बन गया ..!!
किसी को बड़ी आसानी से पा लिया ,,
तो कोई हसरत बन गया ..!!— % &-