कुछ तो गलती हुई होगी मुझसे,
बेवजह कोई इतना खफ़ा नहीं होता।
दूसरों को खुशियाँ देना शौक है उसका,
वो व्यक्ति कभी गलत नहीं हो सकता।
चाहे सारी दुनिया बदल जाए,
मेरा दिल कहता है वो कभी नहीं बदल सकता।
बदलाव बेशक प्रकृति का नियम है,
स्वभाव में बदलाव को लेकर उसके भी कुछ उसूल हैं।
वो अपने आंसू पी जाएगा, लेकिन जानबूझकर किसी को तकलीफ़ नहीं देगा,
मैं समझती तो हूँ उसे, वो मेरी गलतियों की भी मुझे कभी सज़ा नहीं देगा।
वो बहुत अच्छा इंसान है, फ़िलहाल कुछ तो मजबूरियाँ है उसकी,
वरना वो शख़्स कभी किसी की आँखों में आँसू नहीं देख सकता।-
बहुत प्यार करता हूँ तुमसे, किसी और को अपना ... read more
यारा! ऐसी क्या गलती क्या हो गई है मुझसे,
जो तू इतना नाराज़ हो गया है मुझसे।
कहीं नफ़रत तो नहीं हो गई तुझे मुझसे?
क्या कोई बहुत बड़ा गुनाह हो गया है मुझसे?
तेरे दिल से उतर गई हूँ ऐसा क्या कर दिया मैंने,
अब मेरी बात भी नहीं सुनता, ऐसा कुछ बहुत गलत कह दिया मैंने?
तेरी नाराज़गी और चुप्पी के साथ जीना मेरे लिए और मुश्किल हो रहा है,
तेरी आँखों में मेरे लिए गुस्सा देखना मेरे आस्तित्व को खो रहा है।
हाँ! मैं स्वीकार करती हूँ गलतियां तो बहुत हुई है मुझसे,
सच कहती हूँ, तुझे दुःखी नहीं देख सकती, बहुत प्यार करती हूँ तुझसे।
मेरी बातों ने तेरे मन को बहुत ठेस पहुंचाई होगी,
लेकिन तभी कहा होगा, जब मैं बहुत परेशान होगी।
मेरा भगवान गवाह है कि मैंने कभी जानबूझकर तुझे परेशान नहीं किया,
जब एहसास हुआ कि मेरा तुझसे बात करना वैवाहिक जीवन में अड़चन डाल रहा है, मैंने दिल पर पत्थर रखकर तुझसे किनारा कर लिया।
तेरे दिल में भी जगह नहीं चाहिए, तू अपने पावन चरणों पर सर रखने का ही मौका दे दे,
मैं तेरे गले लगकर नहीं रोना चाहती, तू मेरे आंसुओं को तेरे पैर धोने का ही मौका दे दे।
हर रोज़ तुझे बहुत ज्यादा याद करती हूँ, रो लेती हूँ,
तेरे जीवन में कोई दिक्कत न हो इसलिए सब अकेले सह लेती हूँ।
मुझे लगता था कि धीरे धीरे तेरे बिना जीना आ जायेगा,
लेकिन मैं तो वक्त के साथ हार रही हूँ, पता नहीं आगे कैसे जिया जायेगा।-
मेरा स्वभाव ही गलत था, आप शांत स्वभाव व्यक्ति थे,
मेरा रवैया ही गलत था, आपका रवैया तो सबको भाता था,
मैंने ही प्यार नहीं निभाया, आपने तो बहुत प्यार निभाया था,
मैंने ही आपको नाराज़ होने की वजह दी, आप तो नाराज़ होना नहीं जानते थे,
मैं ही हर बात पर चिढ़ती थी, आपकी बातों में कभी चिड़चिड़ापन नहीं था,
मेरी हरकतों ने आपको गुस्सा करने पर मजबूर किया, आपमें इतना गुस्सा नहीं था,
मैंने ही हमेशा आपसे शिकायत की, आपने कभी शिकायत करना नहीं जाना,
मैं शायद आपको समझ नहीं पाई, आपने तो हमेशा मुझे समझा,
मैं कभी भी आपके काबिल नहीं थी, आप सबके काबिल थे,
मुझमें ही कमियां थी, आप तो सर्वगुण संपन्न थे।
हर रोज़ खुद को कोसती हूँ कि आपको परेशान क्यों किया,
हर रोज़ खुद से लड़ती हूँ कि ना अपने मां बाप की नहीं रही, ना ही आपको प्यार दे पाई,
हर रोज़ खुद से नाराज़ होती हूँ कि इतनी कमियों का पुतला हूँ मैं,
हर रोज़ रोती हूँ कि आपका बहुत कीमती वक्त मैंने खराब कर दिया,
हर रोज़ खुद से नफ़रत करती हूँ कि मेरी कॉल ने आपकी निजी ज़िंदगी में शक पैदा कर दिया,
मुझमें ही कमियां थी, आप तो सर्वगुण संपन्न थे।-
आपकी बहुत याद आती है,
मेरी रूह आपके बहुत गुणगान गाती है।
आपकी यादें रोज़ मुझे सताती है,
लेकिन ये हकीक़त आपको मेरा नहीं बताती है।
सच बताऊं तो आपकी बहुत चिंता होती है,
आपको लेकर बहुत बुरे सपने आते हैं और आँखें बहुत रोती हैं।
मैं मेरे दिल पर पत्थर रखकर आपके मैसेज को नकार रही हूँ,
मैं किसी और के साथ आपके जीवन के सबसे अहम रिश्ते को स्वीकार रही हूँ।
आपकी सच्चाई और वफादारी आपके पक्ष में हमेशा गवाही देती है,
भगवान गवाह है कि मेरी हर साँस आज भी आपका नाम लेती है।
आपको भूलने की कोई वजह मेरे पास नहीं है,
आपका हर फैसला और हर बात सही है।
आप इतने उत्तम कैसे हैं, आपमें सच में नहीं है कोई कमी,
इसलिए तो जिससे मिलते हैं, बन जाते हैं उसका आसमां और जमीं।
मैंने आजतक आपके जितना अच्छा कोई इंसान देखा नहीं है,
हाँ! वो मेरी बदकिस्मती है कि मेरे हाथ में आपके नाम की रेखा नहीं है।
मैं नहीं जानती कि आपको मेरे साथ बिताए पल याद है या नहीं,
लेकिन आप उन्हें याद रखे, ऐसा भी उनमें कुछ ख़ास नहीं।
आपके जितना प्यार तो मैंने आपको कभी नहीं दिया,
ये अफसोस ज़िंदगी भर रहेगा कि आपके लिए मैंने कभी कुछ नहीं किया।
मैं कहती थी ना कि मैं आपकी ताकत हूँ , कभी आपकी कमज़ोरी नहीं बनूंगी,
ख़ुद को चाहे कितनी भी तकलीफ़ दे दूं, लेकिन आपकी चिंता की वजह आज भी नहीं बनूंगी।-
यारा! मैं वक्त के साथ और टूटती जा रही हूँ,
मैं ग़म की गलियों में और खोती जा रही हूँ।
मैं खुद को चुप करवाती हूँ और हर रोज़ आँसू पोंछ रही हूँ,
तुम्हें शादी के बाद भी परेशान करने के लिए खुद को बहुत कोस रही हूँ।
मुझे तुम्हारी ज़रूरत है, तुम्हारे आगे मदद के लिए हाथ फैलाना चाहती हूँ,
तुम्हें और तुमसे जुड़े लोगों को लगता है कि मैं तुमपर कब्ज़ा करना चाहती हूँ।
मेरी हर बात का गलत मतलब निकल जाता है,
यारा! मुझे घुमा फिरा कर बात करना नहीं आता है।
तुम तो मुझे समझते थे ना, मुझे मासूम कहते थे,
"अपना ख़्याल रखना" बार बार मुझसे यही कहते थे।
मैं जानती हूँ कि मेरा रोना धोना ठीक नहीं, अब मनहूस सूरत लगती है,
पर मैं क्या करूं, मुझे तुम्हारे अंदर भगवान की मूरत दिखती है।
तुम्हें हमेशा ऐसा लगता है कि मैं ज़िंदगी में आगे बढ़ना नहीं चाह रही हूँ,
तुमसे जुड़े लोगों को लगता है कि मैं अपनी ज़िंदगी की सुई तुमपर अटकाना चाह रही हूँ।
मैं कैसे तुम्हें बताऊं कि मैं खुद को कितना समझा रही हूँ,
परेशान रहना मुझे भी पसंद नहीं, मैं हर संभव कोशिश कर रही हूँ।
यारा! मैं खुद को संभालने की पूरी कोशिश कर रही हूँ,
मेरे कारण तुम्हारी ज़िंदगी में कोई दिक्कत आये, मैं इतनी भी खुदगर्ज़ नहीं हूँ।
मैं सोचती थी कि एक दोस्ती का रिश्ता हमारे बीच हमेशा रहेगा,
ये नहीं सोचा था कि मेरे साथ तुम्हारे किसी भी प्रकार के रिश्ते को कोई गलत कहेगा।-
वादा करो कि मुझे कभी नहीं भूलोगे,
वादा करो कि मेरा प्यार याद रखोगे,
वादा करो कि अपने दिल में हमेशा मेरे लिए जगह रखोगे,
वादा करो कि मुझे देखकर कभी भी अपनी नजरें नहीं फेरोगे,
वादा करो कि मेरे साथ अपना व्यवहार कभी नही बदलोगे,
वादा करो कि कामयाब होने के बाद मेरे समर्थन को नहीं भूलोगे,
वादा करो कि मेरे लिए अपनी व्यस्त दिनचर्या में से कुछ वक्त निकालोगे,
वादा करो कि कभी कभी फोन करके मेरा हाल पूछोगे,
वादा करो कि हमारे रिश्ते में कभी औपचारिकता नहीं रखोगे,
वादा करो कि ज़िम्मेदारियाँ निभाते- निभाते मेरे प्रति अपने कर्त्तव्य नहीं भूलोगे,
वादा करो कि मेरे मान सम्मान की हमेशा हिफाज़त करोगे,
वादा करो कि मेरे हर जन्मदिन पर प्यार से फुरसत में मुझे शुभकामनाएं दोगे,
वादा करो कि मेरे साथ सहानुभूति की भावना नहीं, प्रेम की भावना रखोगे,
वादा करो कि फेरे लेते वक्त अग्नि में मेरे प्रेम को भस्म नहीं करोगे,
वादा करो कि सात वचनों के साथ मुझसे किए वादे भी याद रखोगे।-
मैं वादा करती हूँ कि तुम्हें हमेशा अपने दिल में रखूंगी,
तुम बहुत ख़ास हो, तुम्हारी जगह किसी को नहीं दूंगी,
तुम्हारा आना ज़रूरी नहीं, यादों के सहारे ज़िंदगी गुज़ार दूंगी,
कितनी भी तकलीफ़ हो, तुम्हारे आगे रोऊंगी नहीं, मैं हँसती रहूंगी।-
उफ़्फ! तेरा इश्क़ भी यारा चॉकलेट जैसा है,
कड़वाहट और मिठास का ये मिश्रण अनोखा है।-
आज मेरी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है,
उनका चेहरा इतने दिनों बाद मैंने देखा है,
वही आँखें, वही पहले जैसा रूप, कुछ भी नहीं बदला है,
लेकिन कुछ परेशान नज़र आए वो, ना जाने क्या बला है।
वीडीयो कॉल पर ही सही, उन्होंने भी मेरी ओर देखा है,
उनकी सब परेशानी दूर हो जाए, बस मेरी यही दुआ है।
शायद आखिरी बार मैंने मेरे यार को देखा है,
दस दिनों बाद उन्हें किसी और का होना है।-
Rose for collaboration with your quote is a wonderful surprise! I'm grateful for your appreciation. Collaborating with you is an incredible experience. Thanks a lot. 😊
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