जिन्हें अहमियत का अपनी इल्म नहीं होता,अपने में वो अक्सर दूसरों का अक्स ढूंढ़ते हैं! -
जिन्हें अहमियत का अपनी इल्म नहीं होता,अपने में वो अक्सर दूसरों का अक्स ढूंढ़ते हैं!
-
ढूंढते हैं कुछ लोग, मेरे अल्फ़ाज़ो में उसको!ख़ुद ख्वाहिशमंद हूं मै ... पढ़ने की जिसको। -
ढूंढते हैं कुछ लोग, मेरे अल्फ़ाज़ो में उसको!ख़ुद ख्वाहिशमंद हूं मै ... पढ़ने की जिसको।
सच को अक्सर मायूसी के बाद उम्मीदों के पर लगे,झूठ गुरुर में लड़खड़ाया और फिर नाकाम हो गया। -
सच को अक्सर मायूसी के बाद उम्मीदों के पर लगे,झूठ गुरुर में लड़खड़ाया और फिर नाकाम हो गया।
दुनिया के हर आशिक़ की तरह, उसने भी दस्तूर निभाया!हो ना सका जो इश्क़ मुकम्मल, बेवफ़ा महबूब बताया। -
दुनिया के हर आशिक़ की तरह, उसने भी दस्तूर निभाया!हो ना सका जो इश्क़ मुकम्मल, बेवफ़ा महबूब बताया।
चीखे हैं अल्फ़ाज़ आज इस अंदाज़ में..!जैसे इन्हें खामोशियों ने सताया बहुत है। -
चीखे हैं अल्फ़ाज़ आज इस अंदाज़ में..!जैसे इन्हें खामोशियों ने सताया बहुत है।
जिंदगी में थोड़ी तब्दीली करते हैं,गर जो रही हयात.....🤗🤗तो...इंशा अल्लाह फिर मिलते हैं। -
जिंदगी में थोड़ी तब्दीली करते हैं,गर जो रही हयात.....🤗🤗तो...इंशा अल्लाह फिर मिलते हैं।
क्यों किसी शख्स के जाने से दुनिया यूं वीरान सी हो जाती है,कि उस राह से आने वाले.... हर शख्स में निगाहें, बस.. उसी शख्स की झलक ढूंढती है! -
क्यों किसी शख्स के जाने से दुनिया यूं वीरान सी हो जाती है,कि उस राह से आने वाले.... हर शख्स में निगाहें, बस.. उसी शख्स की झलक ढूंढती है!
हमसे जुदा क्यों रहते हो,गम है कोई तो बांट लो उसकोठीक है सब कुछ क्यों कहते हो! -
हमसे जुदा क्यों रहते हो,गम है कोई तो बांट लो उसकोठीक है सब कुछ क्यों कहते हो!
समंदर से पानी बाहर नहीं जाता, फिर भी लगे बहता रहता है,कितना भी बहला लो दिल को, फिर भी "ज़ख्म हरा रहता है" -
समंदर से पानी बाहर नहीं जाता, फिर भी लगे बहता रहता है,कितना भी बहला लो दिल को, फिर भी "ज़ख्म हरा रहता है"
दिल से बने रिश्ते भी तब टूट जाते हैं .............. अक्सरजब सही या ग़लत से ज्यादा तरज़ीह ज़िद को दी जाती है -
दिल से बने रिश्ते भी तब टूट जाते हैं .............. अक्सरजब सही या ग़लत से ज्यादा तरज़ीह ज़िद को दी जाती है