हमें हमारे दोषों से मुक्त करने वाला इंसान नहीं चाहिए होता। हमें चाहिए कोई ऐसा जो हमारी बेवकूफियों में हमारा साथ दे, जो हमारी बेहोशियों में हमारा साथ दे। जिन अंधेरों में हम रह रहे हैँ वो इन अंधेरों को और गहरा कर दे। जिसके साथ हमारी बेहोशियां मिलती हों बस हम उसी से रिश्ता रखना चाहते हैँ।
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सोचो तो कभी दूरियों ने हमें क्यूं घेरा है
ये रिश्ता हमारा है या इसमें मेरा तेरा है
दोनों को निभाना है गर जो साथ रहना है
फिर क्या खता तेरी और क्या कसूर मेरा है-
मैं पागल हो गई हूं तुम भी पागल हो जाओ ना
मेरी आंखों पे जो सजे वो काजल हो जाओ ना
खुश्क पड़ी हूं कब से तेरी बारिशों की जरूरत मुझे
मै ज़मीं हो जाऊं तो तुम मेरे बादल हो जाओ ना-
यूंही नहीं,तेरे नशें में ये दिल बहकता है
तेरी खुशबू से मेरा कतरा कतरा महकता है
क्या..मेरे चेहरे पे तुझे इक तेज नज़र आता है
ये तेरा नूर है जाना जो मेरे चेहरे पे झलकता है
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सांसे जो फिलहाल हैं
मगर हैं.... इस दौर में
ये भी बहुत है।
घर में गर सब खैरियत है
गनीमत है.... इस दौर में
ये भी बहुत है।।-
जो गुनाह किया उसकी कीमत अदा कर
जो हो गया उसे थोड़ा भुला कर
जो थम सा गया उसे थोड़ा बहाकर
जो बच गया है उसे ना तबाह कर
ना मुझे तड़पा ना खुद से ही दगा कर
चल हर किस्सा दिलचस्प बना कर
खुद के लिए खुद से एक सलाह कर
सांसो को ना ज़ाया कर
अपने लिए जिया कर
ऐ दिल तू सीने में रहा कर-
वो दुश्मन था या राज़दार मेरा
मेरी हर कमजोरी को जिसने अपनी ताकत बना लिया-
अब जीत ही जाने दे गलतफहमियों को
यकीन दिलाते दिलाते हार चुका हूं मैं-
आ मुझमें खो जा इस तरह
के जमाना तुझे देखे तो मेरी बात हो।
और मुझे देखे तो तेरी बात हो।।-
करने वाला भी प्यार मुझसे कितनी शिद्दत से करता है
पहले खूब दर्द देता है और फिर उसे मरहम करता है
R.K-