ARCHIT   (✒️अर्चित की कलम से✒️)
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🙂🙁
ॐ नमः शिवाय।
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बेजार
Telegram: YQ_ak
Joined 19 February 2018


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16 APR AT 21:22

इक दिन जो मैं खामोश हो जाऊंगा,
तो मैं सिर्फ यादों में रह जाऊंगा।

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6 APR AT 22:03

बीच मझधार में खड़ा हूं,
कभी भी डूब सकता हूं।
आग लगी हो जो घर में,
तो अपने ही घी डालते हैं।

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3 MAR AT 23:13

ये सच्चा प्यार व्यार तो सिर्फ कहानियां हैं
सच तो यह है कि प्यार तो ढल जाता है,
सिर्फ शुरुआत ही रोमांटिक होता है
वह दौर ही कुछ और होता है,
जब वो याद आती है तो
मुस्कुराहट के साथ ग़म भी साथ आता है।

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1 JAN AT 17:20

ठंड है प्रचंड,
ये ठंड का प्रकोप और धूप का है लोप,
बिस्तरों पर तुम चाय की गुहार दो,
न नहा सको अगर तो खोपड़ी भीगो लो
और इस तरह से गैप तुम मार दो,
जो नहा चुका है मित्र, सिर्फ वही है पवित्र
यह बहम ज़हन से तुम उतार दो,
कम्बलों को छोड़ जगत के हर
प्रलोभनों को बिन कहे सुने ही लात मार दो,
ठंड है प्रचंड।

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21 OCT 2023 AT 10:19

मोहब्बत मोहब्बत वालों से करो
तो अच्छी होती है, अर्चित
वरना बेवकूफी कही जाती है।

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6 OCT 2023 AT 21:08

इक तस्वीर की इतनी कीमत होती है,
जो तुम नहीं आज साथ मेरे तब ये एहसास हुआ।

मोहब्बत तो मोहब्बत होती है,
क्योंकि उसकी हर याद में ही लज्जत होती है।

और तेरा प्यार पाने की तलाश में,
अब तो मैं एक लाश हो गया।।

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31 DEC 2022 AT 12:31

दिल का धड़कना बेवजह नहीं है,
कुछ तो कर्ज है ज़िन्दगी का जरूर।

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1 MAY 2022 AT 7:17

चांदनी रात में मैंने वादा किया,
और आपसे दिल्लगी हमने कर लिया,

मैंने तेरे बातों का एतबार कर लिया,
और अपने ग़म में यूं मसरूफ़ हो गया,

मैं सारी दास्तां जज़्बातों में बहा दिया,
और अपना फ़साना मुख़्तसर कर लिया,

इस सफ़र-ए-जिन्दगी में, जब कोई नज़र आया,
तब हमने तन्हाईओं को अपना रहनुमा कर लिया।

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29 MAR 2022 AT 22:55

जो तुम चांद लाने को कह दो,
मैं तुमको आईना लाकर दे दूं।

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25 FEB 2022 AT 13:16

वो क्या है ना !
भगवान हर किसी को प्यार
करने के लिए दिल तो देता है
पर हर किसी को पहला प्यार नहीं देता,

प्यार करना हमारे हाथ में होता है
पर उसे जीतना हमारे हक में नहीं है,
और प्यार करने वाले इंसान को छोड़ना
मतलब! प्यार न करना नहीं होता।

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