Archit Khandelwal  
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Joined 13 October 2019


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6 MAY 2021 AT 1:51

At a part of life where, I don't need someone to give happiness rather I can make it for myself.....

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22 FEB 2021 AT 23:32

Nobody is constant, everyone at some stage of life let you feel annoy or hurt and that's the another time you think being alone is better than being with snakes💯

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18 FEB 2021 AT 0:24

क्यों होता है ऐसा??

क्यों होता हैं ऐसा,
मिल जाती है एक निर्दोष को सजा।।
क्यों होता हैं ऐसा,
चाहे दोष हो ना उसका कुछ भी,
मगर समाज बना देता दोषी उसे ही हैं।।
क्यों होता हैं ऐसा,
आरोपों के बाद नहीं सुनता कोई,
बात उस शख्स कि हैं,
जिसे पता भी नहीं होता,
कि हो रहा असल मे ये सब है क्या??
क्यों होता हैं ऐसा,
अंत में गवानी पड़ती जान उसे अपनी है,
आखिर निर्दोष ही तोह सबूत हुआ था वो,
समाज के लिए तोह आरोपी वो आज भी हैं।।
क्यों होता हैं ऐसा,
चाहें हो गया हो निर्दोष साबित वो,
मगर न्याय मिलता उससे उसकी मौत के बाद ही हैं।।
शायद ताकत है नहीं कानून में इतनी,
समाज अथवा उस लड़की में हैं।।
अगर है ही इतनी ताकत समाज में,
तोह क्यों साथ नहीं लड़ते इस कानून कि सख्ती के लिए??
क्यों दिला बैठते है एक निर्दोष को,
जीवन ख़तम करने कि वजह!!
तोह आओ साथ मिलके मिटते इस कड़वे सच को है!!
आओ मिलके बदलते इस कानून को हैं!!

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29 JAN 2021 AT 2:58

आंखों में आसूं लिए अब तन्हाई का क्या करे मेरे दोस्त,
खैर टूटे तोह हम पहले से ही थे,
उनने तोह बस हल्का सा खट - खटया ही हैं!!!

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28 JAN 2021 AT 19:52

जा रही हज़ारों जाने रोज़,
बिना मतलब हो रहा बदनाम उनका नाम हैं,
किस - किस तरह से गिर जाता है एक इंसान,
बदले कि आड में!!
बात यह नहीं कि,
ना पता लगता इस बात को दुनिया को,
मगर उस इज्ज़त का क्या,
जो उछल गई एक बार है!!
कैसे मैं लेती है ये दुनिया,
किसी को भी गुनेघार बिना सबूत के??
क्या वास्ता नहीं उसका भी इस दुनिया से??
क्यों न्याय दे पाता नहीं हमारा देश,
उस हर एक शिकार को,
जो बे मतलब है जाता बदनाम पूरे जहान म हैं??

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19 JAN 2021 AT 23:06

वक्त का क्या कसूर,
वो तोह आज भी सबसे पराया है,
ये तोह कमबख्त हमारा नजरिया है,
जो इसे आज भी हमे हमारा दिखता है।।

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13 JAN 2021 AT 4:00

होने पर सामने तुम्हारे,
हमारी चलती नहीं,
समझ मत लेना तुम इसे बेकर्द्री हमारी!!
गुस्से में होते है जब हम,
लफज काबू में होते नहीं हमारे,
इससे होकर नाराज़ तुम,
छोड़कर चली तोह नहीं जाओगी ना!!
कर लेंगे प्यार तुमसे,
तुम धोखा तोह नहीं दोगी ना!!
कर देंगे वक्त सारा कुर्बान तुमपे,
तुम उससे टाईम पास तोह नहीं बना दोगी ना!!
चल लेंगे साथ तुम्हारे जिंदगी भर,
तुम बीच में छोड़ तोह नहीं जाओगी ना!!
लुटा देंगे सारी जिंदगी तुनपे अपनी,
तुम उससे मजाक तोह नहीं बना दोगी ना!!
बना देंगे जिंदगी खुशहाल तुम्हारी,
तुम शक तोह नहीं करोगे ना!!
होजाएगी अगर देर कभी,
तुम 100 सवाल करोगी क्या!!
कभी छुट गया अगर जिंदगी स साथ हमारा,
तुम मुझे याद तोह करोगी ना!!!?

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7 JAN 2021 AT 3:19

इंसान करता नहीं ईश्क कभी,
कमबख्त दिल ही उसका हो जाता हैं!!
चैन आता नहीं है देखे बिना उसे,
कमबख्त आंखे ही दिवानी उसकी हों जाती हैं!!
बचता नहीं था वक्त जिसका,
कमबख्त अब बित्ता हि नहीं बिन उसके!!
दिमाग ठहरता नहीं था एक जिसका,
कमबख्त दिमाग उसके ख़यालो से भार आता नहीं!!
इज़हार होता नहीं हमसे,
अफ़सोस टूटता इस दिल को देख सकते नहीं!!
होना तुम्हारा हमें पास हमारे,
किसी सुकून से कम नहीं!!
होते किसी ओर का,
भले ही देख सकते नहीं हम,
मगर ख़ुशी में तुम्हारी ख़ुशी हमारी भी है!!
कमबख्त ये ईश्क होता ही कुछ ऐसा है,
दुनिया को भुलाकर बस ख़यालो में उससे के के जाता हैं।।

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2 JAN 2021 AT 21:54

New Year is not making your life new,
Being mature we can think this,
But moving life in peices,
Is Intelligence.
So as moving towards a new part of our life,
I wish you all a very Happy New Year.
Hope this part of your life may bring some positivity.
Taking a resolution is not just a part of trend,
It's you who decide to do or to achieve such things in this part of life.
Being suffering from heartbreaks, overthinking, depression and many other physical and mental problems,
Hope the resolution and that problem will also finish in this part of life,
And let work hard for the career.

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30 DEC 2020 AT 21:38

मुझे भधना है आगे,
मां मुझे रोको मत।।
मुझे पढ़के करना आपका नाम है ऊपर,
मुझे पढ़ने दो मां।।
वक्त नहीं हैं वैसा,
जहा जाना बहार ऊचीत तेरा।।
वक्त तोह था हि‌ सही कभी नहीं मां,
मगर जिन्दगी कैद होके गुजारना भी तोह सही नहीं मां।।
मिल गईं मंजूरी आखीर,
एक नन्ही सी बच्ची को।।

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