प्रेम कितना कुछ बदल देता है
एक नदी को समुद्र कर देता है
एक लड़की को माँ और
इन अाकाश को बादल
हमें प्रेम उतना तक बदल देता है
जितना हमारे वश में भी नहीं होता!-
हर चेहरे में दाग होता है
पर हर दाग चेहरे पर नहीं होता🙏 🌺🌹,
मेरा प्रेम एक नदी के भांति है, जो हमेशा तुम्हारे लगाव में कितने कठिनाइयों का सामना कर बहता ,
बहता और जब तुम मिल जाते तुमसे मिल कर स्थिर हो
जाता ,मानों उसको मंजिल मिल गई हो वह एकदम सरल
शांत हो जाता
और तुम्हारा प्रेम उस समुद्र जैसा जो लगाव में मिलना तो चाहता है पर अपने अस्तित्व को खत्म नही करना चाहता,
पर ये नदी जानती है प्रेम में अस्तित्व खत्म नही होता बल्कि दो मिलकर एक अस्तित्व बनता है ,वह अस्तित्व प्रेम का होता जो कभी नहीं मरता ।-
फूल होते हैं ईश्वर के प्रेम में
इसलिए वह टूट जाते हैं प्रेम में
प्रेम में टूटना इतना अासान नहीं
खुद को त्याग वह बन जाते हैं
दूसरे का अस्तित्व
और हम समझते हैं
बस उसे प्रेमी द्वारा दिया एक फूल
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तुम्हारा जाना मैं भूल गई थी जैसे
भूल जाते हैं हम खुशी में उस दुख को
जैसे गर्मी में उस ठंड के अहसास को
भरा पेट उस अाधे टुकड़े रोटी को
(अनुशिर्षक मे पढ़े)-
वह लड़की जिसने
अपने माँ और पिता के बीच
कभी प्रेम नहीं देखा
बस देखा डर माँ के अाखो में
अपने पति का
वह लड़ेगी जब
उसे प्रेम के बदले
प्रेम नहीं मिलेगा
वह करेगी न्याय
हर उस स्त्री का
जिसे प्रेम और डर
में फर्क जानना
जरूरी नहीं समझा
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तुम्हारे जाने के बाद मैंने
प्रेम किया किताबों से
पेड़ों से पक्षियों से बच्चों
से नदीयों से झीलों से अादि
और कर भी क्या सकता था
बस प्रेम के अलावा
और कुछ भरा भी नहीं था
तुमने ,मुझमें प्रेम के अलावा
-Archana
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उस नदी को समुद्र से मिलते देखता हूँ
तो खुशी होती है कि कोई तो वादा निभा रहा है-