मैं खाब हु मैं आबाद हु मैं आजाद हु
मैं कल नहीं मैं आज हु
मैं जुती नहीं मैं सरताज हु
मैं सुर हु मैं साज हु
मैं खुद में इक राज़ हु
मैं फिक्र नहीं बेफिक्र हु
मैं कई लबों पे जिक्र हु
मैं हवा हु मैं घटा हु
मैं बद्दुआ नहीं मैं दुआ हु
मैं रात हु मैं सुबह हु
मैं बेखौफ हु मैं आवाज हु
मैं मरहम हु मैं दवा हु
मैं पंछी नहीं मैं इन्सान हु
मैं खुश हु मैं जुदा हु
मैं उस खुदा की खास हु
मैं आश हु मैं बेनाम हु
मैं नाम बनाने को तैयार हु
मैं हिम्मत हु मैं जीत हु
मैं आज की रीत हु ।
-