बहुत दिनों से संभाल रखा था खुद को,
वो आये और कुछ यादों से फिर तबाह कर गए हमें।-
Architect (वास्तुकार)
WRITER (शब्दकार)
ARTIST
PAINTER
SCULPTURE ARTIST
कर्मा BELIEVER
बहुत दिनों से संभाल रखा था खुद को,
वो आये और कुछ यादों से फिर तबाह कर गए हमें।-
मैं खर्च हो गया कुछ ज़्यादा दूसरों पर,
अब मैं खुद को खुद पर कुछ ज़्यादा खर्च करूंगा।-
कोशिश करने वालों की हार ज़रूर होती है,
लेकिन मलाल नहीं रहेता तह उम्र-
लड़के भी तन्हा, लड़कियां भी तन्हा
ये दौर किस चीज़ को मोहब्बत मान बैठा है।-
तकिया को सीने से लगा कर सोया करो जनाब,
हर शाम कईयों के गम और आंसू छिपायें है इसने।-
दरिया निकला था, समंदर को पाने
रास्ते में मोहब्बत आयी, और झील हो गया।-
'मोहब्बत' के हिस्से में 'रूंसबाई' आयी,
'दर्द' के हिस्से हर बार 'तन्हाई' आयी।-