बचपन में, कंघी से बालों को साइड करके,
उसके बाद बड़ा सा काला टीका लगाती थीं,
खूब रगड़ रगड़ कर निहलाया,
मेरी जिद के लिए पापा से भी लड़ जाती थीं,
School के लिए 2 पराठे कि जगह 4 रखती थी,
अनपढ़ हैं लेकिन अपनी गिनती नही भूलती थी,
छुपके से मेरे पॉकेट में पैसे रखना,
मां के साथ साथ एक दोस्त बन कर ,
दोस्त का किरदार निभाती हो,
रात को खाना न खाओ तो जिद करके खिलाती हो,
ये दुनिया न, प्यार कि भी क़ीमत लगाती हैं,
मेरी मां का प्यार दुनिया कि हर दौलत और खुशी से बड़ा है,
बाहर जाऊं तो कहती है किसी का लिया हुआ खाना मत,
किसी से बातें मत करना,
और अपने बारे में कुछ मत बताना,
फोन को बैग में रखना
और हां खाना time से पहले खाना ।
जिसने मुझको बनाया,
उसके बारे में लिखना कम पड़ जायेगा ।
Love you Maa 💕
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