Aparna Singh   (Shubhi✍🏻)
11 Followers · 6 Following

read more
Joined 23 March 2020


read more
Joined 23 March 2020
1 NOV 2021 AT 14:12




ज़िंदगी एक अजीब अफ़साना है
रोती हुई आँखो को भी मुस्कुराना है
हसते हुए चहेरे मे भी गम छुपाना है

-


10 SEP 2021 AT 13:10



हाल अपना बेहाल रहता है
किस से कहै ये सवाल रहता है

कोई तो सुने हाले दिल हमारा
बस किसी का इंतजार रहता है

हमारी खुद से ही जंग रोज़ होती है
दिल में बस एक यही बवाल रहता है

-


10 SEP 2021 AT 13:00

ख्वाहिशों को दिल में कैद रखती हूँ
हकीकत से मैं लडती हूँ
अधूरे जो ख्वाब है मेरे वो पूरे होंगे
किस्मत से बस इतना मैं कहती हूँ |

-


15 AUG 2021 AT 6:45

ज़िंदगी उही बेकार नहीं जाती
खुद को ये समझाए रखे

-


14 AUG 2021 AT 23:56

तिरंगे से आन है तिरंगे से शान है
तिरंगे से हम है तिरंगे से हमें जान है
तिरंगा गर्व है हमारा तिरंगा हि हमारा मान है
तिरंगा के लिए जीना है तिरंगे के लिए मरना है
तिरंगा से हि हम में अभिमान है ।।

Happy 75th Independence day

-


12 AUG 2021 AT 14:50


दर्द सहते सहते इस कि आदत सी हो गई है
अब ये इतना जरूरी सा लगता है
जितना सास लेना जिन्दगी जीने के लिऐ है

-


11 AUG 2021 AT 14:42

तुझ से नाराजगी कुछ इस कदर जताते है
तुझ से कुछ ना कहते है फिर भी सब कह जाते है

-


19 JUL 2021 AT 11:15

गैरो की कहा इतनी हिम्मत की हमें दर्द दे
जो दर्द आपनो ने दिया वो हम किस से बया करें ।

-


19 JUL 2021 AT 11:10

We always talk about or see only those scars or wounds which are visible.

what about those scars or wounds which are completely invisible ,which makes us cry with invisible tears & that gives us unbearable pain ?



-


19 JUL 2021 AT 10:46

सुकून तो मौत है, तकलीफ है ज़िंदगी ।

-


Fetching Aparna Singh Quotes