लोगो की भीड़ और शोर मेंतुम महफूज खुद को बचाए रखनाउदय हो सूर्य सा हर रोज़अपनी रोशनी से उजाला बनाए रखना🌸नव वर्ष की शुभकामनाएं -
लोगो की भीड़ और शोर मेंतुम महफूज खुद को बचाए रखनाउदय हो सूर्य सा हर रोज़अपनी रोशनी से उजाला बनाए रखना🌸नव वर्ष की शुभकामनाएं
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कुछ बातें हैं जो अनकही रह गईकुछ सपने जो पूरे ना हुएकुछ ख्वाहिशें थी जो पूरी ना हुईकुछ अपने जो दूर हो गएदुनिया से क्या बैर मुझेजब अपनो ने रंग दिखाए हैंकुछ भीड़ खड़ी सिरहाने मेंकुछ तन्हा खुद को पाया है -
कुछ बातें हैं जो अनकही रह गईकुछ सपने जो पूरे ना हुएकुछ ख्वाहिशें थी जो पूरी ना हुईकुछ अपने जो दूर हो गएदुनिया से क्या बैर मुझेजब अपनो ने रंग दिखाए हैंकुछ भीड़ खड़ी सिरहाने मेंकुछ तन्हा खुद को पाया है
बहुत लोग हैं तेरे पासमेरी मौजूदगी क्या खास होगीमामूली सी इंसान हूं मैंमेरे प्यार की तुझे क्या ही तलाश होगी -
बहुत लोग हैं तेरे पासमेरी मौजूदगी क्या खास होगीमामूली सी इंसान हूं मैंमेरे प्यार की तुझे क्या ही तलाश होगी
हर कोई बिछड़ गया कान्हा !!एक तेरी आश थी मुझकोलेकिन आज मेरा जहान बिखर गया💔 -
हर कोई बिछड़ गया कान्हा !!एक तेरी आश थी मुझकोलेकिन आज मेरा जहान बिखर गया💔
कि बड़ी उलझन सी है मन मेंतुझे पा भी लिया हैऔर हर रोज़ एक कतरा तुझे खो भी रही हूं -
कि बड़ी उलझन सी है मन मेंतुझे पा भी लिया हैऔर हर रोज़ एक कतरा तुझे खो भी रही हूं
लफ्ज़ नहीं हैं क्या बताऊंतू क्या है मेरे लिए ये कैसे समझाऊं -
लफ्ज़ नहीं हैं क्या बताऊंतू क्या है मेरे लिए ये कैसे समझाऊं
यहां हर रिश्ते की कीमत चुकाई है मैंनेबस एक पापा ही हैं जिन्होंने हाथ थामाऔर हर बार आगे बढ़ना सिखाया है मुझे -
यहां हर रिश्ते की कीमत चुकाई है मैंनेबस एक पापा ही हैं जिन्होंने हाथ थामाऔर हर बार आगे बढ़ना सिखाया है मुझे
क्या पाया था, क्या खोया हैहिसाब अभी ज़रा बाकी हैउसने सच्चा साथी खोयाइश्क़ का कतरा अभी बाकी है -
क्या पाया था, क्या खोया हैहिसाब अभी ज़रा बाकी हैउसने सच्चा साथी खोयाइश्क़ का कतरा अभी बाकी है
हर नयी सुबह ये पैग़ाम लाती हैतू पास है मेरे फिर भीतेरे साथ ना होने का फरमान लाती हैरूबरू हूं जिनसे हर पहरउन्हें हमारी परवाह नहींजो हमें याद तक नहींये सुबह उनका सलाम लाती है -
हर नयी सुबह ये पैग़ाम लाती हैतू पास है मेरे फिर भीतेरे साथ ना होने का फरमान लाती हैरूबरू हूं जिनसे हर पहरउन्हें हमारी परवाह नहींजो हमें याद तक नहींये सुबह उनका सलाम लाती है
गर खफा हम हैंतो अनजान वो भी नहींफासले जो हैं दरमियांखता हमारी नहींतो गुनहगार वो भी नहीं -
गर खफा हम हैंतो अनजान वो भी नहींफासले जो हैं दरमियांखता हमारी नहींतो गुनहगार वो भी नहीं