कि फिजाएं हसीन थी हवाओं में रवानी थी
मोहब्बत में मेरी भी बड़ी प्यारी सी कहानी थी
एक सोच खाए जा रही हैं आज भी मुझको
मैं कैसे किसी के प्यार में इतनी दीवानी थी
दीवानी जिसे तेरे अलावा कुछ नजर नहीं आता था
मैं इतनी पागल थी जिसे जरा भी सब्र नहीं आता था
आता था तो वो सुकून जब तेरी बाहों में होती थी
अनसुनी की गयी सिसकियाँ जो मेरी आखों में होती थी
तुझे क्या पता मैं कैसे आती थी मिलने तुझसे
तुझे क्या पता कितनी परेशानियाँ राहों में होती थी
पर सभी अड़चनों को तेरे साथ पार करती थी मैं
अरे पागल तुझसे बहुत प्यार करती थी मैं 🥹-
Aparna Sharma
6 Followers · 216 Following
Joined 18 June 2025
25 JUN AT 10:40
20 JUN AT 0:03
इश्क है मुझे मेरे किरदार से '
क्युकी जो मैंने झेला है वो मैं ही झेल सकतीं थीं "
-
18 JUN AT 11:43
"जिसने उसे छोड़ने की सलाह-मशविरा दी
उन लोगों ने ही हमें बेवफा नाम दे दिया "-