Aparna kaushik   ('शिवांजलि')
905 Followers · 15 Following

6 AUG AT 10:19

नहीं केवल हसरत करो,
चलो पथ पर लगातार,
न हो मन में आलस अपार,
कर्मठता व्यक्तित्व निखारती,
मन के दर्पण को है संवारती ।

-


2 AUG AT 12:13

हाँ,मुझे इकरार है,
गिरे पड़ते पा लूँगी मंजिल,
खुद पे ये एतबार है ,
जिंदगी तुझसे प्यार है ।

-


26 JUL AT 10:14

मैं अचानक पूछ पड़ी,
चल रही थी सीधे सीधे रास्ते पर,
क्यूँ बीच में दीवार खड़ी ,
माना बिन मुश्किल मंजिल मिल पाती नहीं,
माना काँटों बिन कोई रास्ता नहीं,
लाख समझा लूँ मगर दिल मानता नहीं,
अटपटे से सवालों में उलझा रहता है,
मस्तिष्क भी इसी जंजाल में फँसा रहता है ।

-


20 JUL AT 19:41

कभी कभी भरी भीड़ में भी अकेला कर देती है ।

-


19 JUL AT 9:06

ऐसी ही होती है जिंदगानी,
चल पड़ें जो पथ पर,
मंज़िल तो है मिल ही जानी,
खूबसूरत तो रास्ता ही है,
मंज़िल तो बस एक बहाना है,
उन पलों को जीना है ।

-


18 JUL AT 7:55

समझौता करने चला था,
फिर भी मात खाई या
शायद जीत पाई ।

-


18 JUL AT 7:49

सुखी जीवन रो ।

-


17 JUL AT 7:22

चोखो निखरै सा ।

-


16 JUL AT 7:42

मेहनत से जीवन खूबसूरत होता है,
संतुष्टि काम करने में है,
हाथों में भाग्य लिखा होता है ।

-


15 JUL AT 8:00

हर दिन खुद को जगाना पड़ता है ।

-


Fetching Aparna kaushik Quotes