ढूंढने निकला हूं खुद को
ज़माना ढूंढने दे तब ना
ये महफ़िल दरिया की है
और मैं बारिश की बूंद
ये ज़माना तैरने दे तब ना
-
ना चाहते हुए भी शब्दो से प्यार करते है ।
.
Poem is an art... read more
आसान नहीं होता, हर जुल्म सह पाना
आसान नहीं होता, हर दर्द को कह जाना
आसूँ तो बस बूंदे गिराते है
आसान कहा होता है,
हर ज़ख्म को बस आँखों से समझ पाना ।
-
हर नई किताब, एक नया ख्वाब
हर नया ख्वाब ,एक नया जज़्बात
हर नया जज़्बात, एक नया इतिहास
-
ना वजह हो किसी और का
ना वजह हो किसी शोर का
बिना आग जलते नहीं दिए
कुछ कर जा तू अपने सपनो के लिए-
जब चांद उसका गुलाम है
हर दिन की शाम उसके नाम है
अजब ही दस्ता है
सोते तो हम भी नहीं
रात तो यूंही बदनाम है
-
रुख नहीं था दूर करने का
मिले हुए तारे को चूर करने का
वक्त की अंगड़ाई में आ गए हम
वो शाम की परछाई में छा गए हम
नया सवेरा हुआ,
काली रात का अंधेरा मिटा,
ये बात तो समय की रीत बन गई
न जाने कैसे मेरे लिए ये गीत बन गई
बदलती कस्तियो की कहानी देख लिया
तुम्हारी यादों के साए में जीना सीख लिया ।-
Meri zindgi mujhse dur hai
Mere dil ka ansh khi aur mashoor hai
Lafjo ki ibadat to hoti hai
Lekin
Mere ishq khi aur mashgul hai
-