Anwesha Shrivastava   (Anwesha Srivastava)
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Joined 11 June 2019


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Joined 11 June 2019
26 AUG 2020 AT 11:42

सोच रही कि मैं आसमाँ से खूबसूरत महताब दूँ,
मगर पूर्ण तेज़ है जिसमें उसे क्या आफ़ताब दूँ,
अलग खूबसूरती लेकर खिलती है गुलशन में वो,
मग़र जो खुद ग़ुलाब है उसे भला क्या ग़ुलाब दूँ...

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30 AUG 2021 AT 13:04

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11 JUN 2021 AT 12:30

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19 MAY 2021 AT 20:18

चाहत है बस इतनी
कि तुम सिमटा लो मुझे अपनी बाहों में,
फिर मैं बिखर जाऊं उसमें पूरी तरह से

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10 MAY 2021 AT 14:40

सोच रही कि मैं आसमाँ से खूबसूरत महताब दूँ,
मगर पूर्ण तेज़ है जिसमें उसे क्या आफ़ताब दूँ,
अलग खूबसूरती लेकर खिलती है गुलशन में वो,
मग़र जो खुद ग़ुलाब है उसे भला क्या ग़ुलाब दूँ...

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9 MAY 2021 AT 11:29

जिस घर में माँ की ममता की छाया है,
वहाँ पलने में खुदा खुद उतर आया है..

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24 APR 2021 AT 16:01

बड़ा रोया था दिल मेरा किसी एक अपने के लिए
कभी किसी ख्वाहिश कभी किसी सपने के लिए

अपनो से भी हारा इंसान अब क्या ही कर पाएगा
फ़ेक दिया मुझकों बस कहीं जाकर मरने के लिए

जिसके लिए खुद को तपाकर छाँव बने थे कभी
उसने मुझे छतरी तक न दी धूप में चलने के लिए

सब कुछ बेंच आते थे उसकी फरमाइश पर हम
भूल गया वो सब कुछ सिर्फ जेब भरने के लिए

भूल जाती जो औलाद अपना फ़र्ज़ सुन 'अन्वेषा
फिर वो भी तरसती है ताउम्र प्यार चखने के लिए

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22 APR 2021 AT 21:44

वो मुझसे जो इश्क़ का इज़हार करता है
जानती हूँ वो मुझसे बेहद प्यार करता है

चाँद भी जलकर सूरज हो जाता जब वो,
तस्वीरों को अपनी साझा बार-बार करता है

मेरी हर आह की खबर रहती है उसको
दवाओं से ज्यादा असर मेरा यार करता है

इधर उधर मत ढूंढा करो उसको अन्वेषा
तेरा खुदा तुझपर ही जाँ निसार करता है

सुनो इश्क़ परिंदा है उसे उड़ने दिया करो
पिंजरे की कैद सिर्फ उसे बेज़ार करता है

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15 APR 2021 AT 13:32

यारियां मुक्कमल हो जाए यही हर बार माना है,
एक तेरी दोस्ती को ही हयात का उपहार माना है

हर कोई इधर उधर ढूँढता फिरता है रिश्तों के बंधन को,
मैंने तो दोस्ती को ही एक नया अपना संसार माना है

कौन कहता है किसी इंसान में खुदा नही बसता भला,
दर्द सुनने वाले को ही मैंने खुदा औऱ यार माना है

वो जो हार को जीत बना दे सच कह रही हूँ सुनो,
उस दोस्त की पैदाईश को मैंने एक त्योहार माना है

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14 APR 2021 AT 22:43

राह में ग़र काटें चुभें तो समझ लेना कि,
वही राह फूलों भरी मंज़िल में तब्दील होगी..

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