Anwesha Manasingh   (Anwesha)
894 Followers · 142 Following

read more
Joined 2 February 2018


read more
Joined 2 February 2018
24 APR AT 11:19

କେବେ ଥରେ ଉଠୁ ମଥା ଲୁଚିଥିବା ସତଟାର
ଅପେକ୍ଷା ଏ ବଞ୍ଚିଥିବା ବେଳେ
କି ଲାଭ ସେ ଶବ୍ଦ କରି ନୀରବତା ବକ୍ଷେ ବୋହି
ଅପେକ୍ଷାଟା ସରିଗଲେ ଥରେ ।



-


6 APR AT 19:06

ବୋଧ ହୁଏ,
ଦୁନିଆ ଏତିକିରେ ସରିନି
ଯେତିକି ଭୋଗିଛେ ଆମେ
କିନ୍ତୁ ସରୁଥାଏ ତ ?
ଆହୁରି ବହୁତ ବାକି ଭାବି ଭାବି
ଟିକକ ଦୁଃଖ ଭୁଲିହୁଏ
ଆହୁରି ବହୁତ କିଛି ଗୋଟେ ନଥାଏ ତ ?
ଏଇଠି ହିଁ ସରୁଥାଏ ଯଦି
ସମ୍ବଳ ସମ୍ଭାବନାର
ଏଇଠି ହିଁ ଶେଷ ହୁଏ ଯଦି
ନିଜକୁ କହିଥିବା ସବୁ ମିଛର ଆୟୁଷ
ତାହେଲେ ମାନିନେବା କି ଏ ପରିସୀମା ?
ମାନିହୁଏ କି ?

-


3 APR AT 0:07

पता नहीं किस ओर से था यह तीर चला
ना तेरे सीने ने लिया ना मेरे,
और टुकड़ों में ताल्लुकात मिला ।




-


29 MAR AT 0:40


कोशिश थी एक दर्द से दूसरा दर्द छुपाने की
कुछ घाव के मरहम दिल की राख से बनते हैं ।







-


29 MAR AT 0:32


क्या पता तेरे सवालों के दायरे में
मेरा सच न आता हो !
क्या पता तेरे सच के दायरों पे
मुझे सवाल न पता हो !






-


5 MAR AT 22:12

और फ़िर घाव ने बताया
हम पर इतना घमंड ना कर
हम तेरे फ़िर न गिरने की ज़मानत तो नहीं
खाई में खतरों से बातें बार बार न कर




-


19 FEB AT 23:03

एक जगह आई हूं
जहां से अफ़वाह उड़ाई गई थी
एक जगह आई हूं
जहां पर मेरा सच दफ़न है
किसी ज़हर का ज़ायक़ा जानने
जान दे बैठा कोई
एक जगह आई हूं
जहां ज़हर के साथ बिकती मुस्कान है !



-


7 FEB AT 19:39


जो एक मुद्दत तक लड़ा मैंने
एक झटके में तू ने जिता दिया

यह हक़ भी बस तेरा ही था
जिता कर मुझे जता दिया ।



-


2 FEB AT 21:02

एक दिन मुंह तक पानी होगा और प्यास नहीं होगी
तेरे पैग़ाम आ भी जाए, आस नहीं होगी ।







-


21 JAN AT 11:35


ଯେତେ ପୁରୁଣା ହେଲେ ବି,
ଦାଗ ଦେଖିଲେ ଘଟଣାଟା ମନେପଡ଼େ ।







-


Fetching Anwesha Manasingh Quotes