वो कहता है, वो मुझसे प्यार करता है। हां करता होगा !
मैंने उसे चांद तारे तोड़ने को नहीं कहा, बस चाहा कि मुझे गुलाब मुरझाने के पहले मिले !
मैंने उसे समुंदर पार करने को नहीं कहा, बस चाहा कि मेरे साथ दो पल ठहर जाए!
मैंने उसे कड़कती धूप में भटकने को नहीं कहा, बस चाहा कि चांदनी रात में मुझे चांद सा बता जाए।।-
चली जा रहीं हूं निरंतर, लगातार, बिना रूके
अनवरत बस तुम्हारी ही खोज में
जिसके लिए म... read more
उसने कहा -
"शायद बता के जाने से कोई जा नहीं पाता।"
अच्छा है बिन बताए जाना, इससे सामने वाले के दिल में हमदर्दी नहीं रहती, एक गुस्सा रहता है।
मैंने कहा - हां !
क्यों की "जाना हिंदी की सबसे खौफनाक क्रिया है"
केदारनाथ जी ने कहा था। मुझे एहसास है, जैसे कोई बड़ा पत्थर है! कहा? पता नहीं। मगर उसके हटने से राहत तो नहीं होगी। उसी तरह से उसके एहसास को जिंदगी भर चलना होगा। और तुम सही हो
" बता के जाने से कोई जा नहीं पाता, दो पल और ठहर जाता है"-
भाग १
सखी
किवाड़ पर देखो जब वो आएं तो कहो ठंडी पवन चल रही ।
मैं व्यथित और उदास नहीं हूं पर इतने दिनों से तो थी!
अब आने की खबर मात्र से सब गायब हो गया है।
बस प्रसन्नता से मन भरा जाता है।
ये स्याह चेहरा जो संताप से दूषित था,
आने की खबर सुन कैसा खिल गया है।
सखी
कुछ ऐसा करो मैं कोप भवन की कैकेयी प्रतीत हूं।
मगर ये आंखें उर्मिला सी लग रही हैं......
सखी!
पर्दा कर लूं? मगर ये सांसे जो तेजी से चल रही हैं.
ये अधर जो रह रह कर मुस्कुरा रहें हैं।
ये हाथ जो उसके स्पर्श की लालसा लिए हैं,
सब मेरे होते हुए भी उसके चाकर बने बैठे हैं।
सखी,
लाओ मुझे वो किताब दो मैं उसके सामने वही पढूंगी
जिसने मेरे इंतजार में रंग भरा है।
भाग २
सखी!!
ठंडी पवन नहीं चल रही है।
घाम तेज हो गया है।
किवाड़ बन्द हो गया है।-
I feel sad to see yq shutting down.
Not only quotes , there are lot more attachment in comments section.
I hope 🤞 kuch aisa ho ki ye na ho.-
लड़का - इश्क़ है तुमसे
लड़की - क्या कहा!
लड़का - हां सच।
लड़की - क्यों!
लड़का - तुमसा कहीं देखा नहीं।
लड़की - अच्छा।
लड़का - अच्छा?
लड़की - फिर क्या कहूं?
लड़का - मैं वाकई सच कह रहा हूं।
लड़की - ठीक है दस दिन बाद मिलना।
लड़का - तब क्या होगा?
लड़की - फिर मैं बताऊंगी।
का - अभी क्यों नहीं?
की - बस यूं ही
का - ठीक है।-