Anvīkṣaḥ ✨   (Vivaan)
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Joined 29 April 2023


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24 OCT AT 22:11

भरोसा वो आईना है
जो सच नहीं दिखाता,
बल्कि उतना ही दिखाता है
जितना हम देखने की हिम्मत रखते हैं।

वो पारदर्शी ज़हर है,
जो धीरे-धीरे नसों में उतरता है,
और जब टूटता है
तो शीशा नहीं, आत्मा लहूलुहान होती है।

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23 OCT AT 15:31

डायरी के पन्ने से:
राधा और श्रीकृष्ण के प्रेम से सीखा गया सत्य

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22 OCT AT 8:31

आज मन हुआ कि आप सब से पूछूँ
आपकी favourite fiction book कौन-सी है?
वो किताब जो आपके दिल में बस गई,
जिसे पढ़कर लगा जैसे कोई आईना सामने रख दिया हो,
या शायद एक खिड़की खुल गई जहाँ से ज़िंदगी कुछ और दिखने लगी।

चाहे वो Hindi की कोई भावनाओं से लिपटी कहानी हो,
या English की कोई soulful fiction novel
बस बताइए, कौन-सी किताब ने आपको सबसे ज़्यादा छुआ?

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20 OCT AT 23:14

📖 चलिए, किताबों की उस दुनिया में चलते हैं… ❤️

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20 OCT AT 23:00

रात ने आँचल फैला रखा है,
कुछ अधूरी ख्वाहिशें अब भी
दीयों की लौ में सुलग रही हैं।
पर उजाला भी तो नाज़ुक होता है,
थोड़ी सी लापरवाही में
कांप जाता है लौ की तरह।

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20 OCT AT 13:40

किताबों की दुनिया!!— % &'जाना ज़रूरी है क्या'— % &

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20 OCT AT 8:43

आपको और आपके प्रियजनों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!🕯🪔

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19 OCT AT 8:04

कोई समंदर चाहिए था
पर फिर तुम मिलीं,
और लहरों ने खुद रास्ता छोड़ दिया।

तुम्हारी आंखें...
जैसे किसी पुराने ख़त की स्याही,
जो वक्त से फीकी नहीं
बल्कि और गहरी होती गई है।

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18 OCT AT 13:39

Let your heart be the richest vault
filled not with gold,
but with grace, health, and quiet joys.

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18 OCT AT 9:10

कितनी बार कहा था न,
प्यार को नाम मत दे,
ये समंदर है
जिसमें उतरने वाले किनारे भूल जाते हैं।

पर तू,
हर बार अपनी धड़कनों को
चिट्ठियों में लिख देता है,
और फिर वही आँसू
स्याही बनकर बह जाते हैं।

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