तेरे नसीब में मैं हूँ, नही मालूम,
मेरे नसीब में तू है, ये मैं जानता हूँ,
मेरी तन्हाइयों में भी शामिल हो तुम,
मेरी खुशियों में भी शामिल हो तुम,
क्यों खफ़ा हो तुम मुझसे, नही मालूम,
मैं हमेशा तेरा ही हूँ... ये मैं जानता हूँ,
तेरी याद का समंदर बहता है, मुझमें,
मैं कैसे बताऊँ तुझको,
मेरी हर सांस के लिये जरूरी,
हो तुम मुझको,
तुम्हारे लिये क्या हूँ मैं, नही मालूम,
मेरा प्यार, मेरा अहसाह, मेरा सबकुछ हो तुम,
ये मैं जानता हूँ।।
©@anurags091
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