ज़िंदगी क्या हैं? एक बदलता राग हैं,
अभी धूप हैं इधर, आगे छाव भी तो हैं।
कभी घन-घोर बरसे, ऐसी बरसात भी तो हैं,
इसकी, उसकी, हम सब की आवाज ही तो हैं।
जिंदगी क्या हैं? अपनों का साथ ही तो हैं,
देखना ज़रा आराम से हमारे साथ ही चलना,
बीच राह में पिछड़ जाऊं तो एक बार पीछे जरूर तकना।
हो अंधेरा और ना दिखूं मैं, तो साथी एक बार आवाज जरूर देना,
यही तो जिंदगी हैं, हर वक्त में एक दूसरे का साथ जरूर देना।।
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हूं आशिक़ आवारा
Instagram: @callme_anurag
आजकल तुम बहुत बिजी होने लगी हो,
कुछ बात हैं या मुझ से ही दूर होने लगी हो?
होने लगी हैं कम, अब बातें हमारी,
ख्वाबों में मैं ही हूं या तुम किसी और के पास जाने लगी हो?
पहले गुनगुनाते थे गीत मेरे, क्या अब किसी ओर को धुन सुनने लगी हो?
आजकल तुम बहुत बिजी होने लगी हो।।-
मैंने वक्त बेवक्त बरसात होते देखा हैं,
कभी अपने तो कभी गैरों के गले में उसका हाथ होते देखा हैं।।
हम तो ढूंढ रहे थे मोहब्बत उस खूबसूरत चेहरे के पीछे,
गुजरे हर लम्हे के साथ उनके चेहरे का अलग अंदाज होते देखा हैं।।-
अबकी होली में आना तो मेरा एक छोटा सा काम करते जाना,
अपने होठों को तुम ज़रा मेरे होठों के नाम करते जाना,
रंग और गुलाल से तो तुम सभी से मिलते हो,
मुझ पे अपने प्यार का गाढ़ा रंग लगा जाना,
अबकी होली में आना तो मेरा एक काम करते जाना।।
इंतज़ार में तुम्हारे, बिछी चादर सी आंखे मेरी,
इंतज़ार में तुम्हारे, बिछी चादर सी आंखे मेरी,
उस चादर में लिपट तुम सो जाना,
जाने की जिद्द बिलकुल ना करना तुम,
जाने की जिद्द बिलकुल ना करना तुम
मेरे आंखों में काजल सा उतर जाना,
दे आवाज गर दोस्त तुम्हारे,
दे आवाज गर दोस्त तुम्हारे,
बस मुझे सीने से अपने लगाएं जाना,
भीगो के मुझे रंग, इश्क के अपने,
अपने दिल में मुझ को बसाएं जाना,
अबकी होली में आना तो "जान", तुम मेरे होते जाना।।
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बहुत जाम रहता हैं मेरा दिल आजकल,
आखिर तुम्हारी यादें भी किसी एनएच से कम थोड़ी हैं।।-