Anurag Jha   (Anurag Jha)
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Joined 5 September 2021


Joined 5 September 2021
21 DEC 2021 AT 20:12

सुनो, अब तो दिसंबर जा रहा है
नया साल आ रहा है,
तो हम क्यों पहले जैसे हैं
अगर तुम कहो तो हमसब भी सबकुछ भुला के
नए सफर की शुरुआत करते हैं,
नए जिंदगी की नई कहानियां लिखते हैं,
आओ हम सब साथ मिलकर नए जिंदगी की शुरुआत करते हैं

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30 NOV 2021 AT 7:40

मोहब्बत हमारी कैसी है
जैसे बिहारी के लिए UPSC है...

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14 NOV 2021 AT 23:40

आज थोड़ा प्यार जता दूं क्या,
तुम मेरी हो सबको बता दूं क्या...
तेरी कलाई जो पकड़ लूं मैं,
हाय ! मेरी जान गवा दूं क्या...
मेरा कमरा बहुत उदास सा है,
तेरी एक तस्वीर लगा दूं क्या...
तुझे लिखने में दिन चला गया,
सोचने मे रात बिता दूं क्या...
तुझ पे ये जिंदगी तमाम की है,
कहो तो मेरी डायरी दिखा दूं क्या...

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20 SEP 2021 AT 22:05

सिख तो लेने दो मनाने का हुनर
इतनी जल्दी खपा हुआ न करो - २
जलती नहीं है सिगरेट, जलता है कलेजा - २
सुर्ख होंठो को ऐसे धुआं ना करो
और रोज नजर उतारती है मेरी मां
तुम मेरी खेरियत की दुआ न करो
और सुनो,
चीटियां लग गई है नमक के डिब्बों पे
मैने तुमसे कहा था न, कुछ भी छुआ मत करो ।।

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19 SEP 2021 AT 14:24

तू क्यों डरती है बदनामी से,
मैं तुझे बस दोस्त बताया करता हूँ
हो न जाये मोहब्बत फिर से,
मैं शाम घर में बिताया करता हूँ
और मुझे बड़ा नहीं होना है घर बालो की नज़र में,
मैं तो माँ से भी उम्र छुपाया करता हूँ
और जाती नहीं है इन् होंठो से तेरी होंठो की महक,
मैं पान चबाया करता हूँ
मिटता नहीं है तेरा नाम बदन से,
मैं टैटू को टैटू से मिलाया करता हूँ
सब ख़त्म हो गया, बस पागलपन बचा है,
मैं तुझे रोज याद करता हूँ रोज भुलाया करता हूँ

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6 SEP 2021 AT 8:04

ये इश्क और चाय दोनो का अजीब रिश्ता है...
एक को बनाना परता है, दूसरे को मनाना

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6 SEP 2021 AT 8:00

बोहोत पहले से उन कदमों की आहट जान लेते हैं,
तुझे ए जिंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं
तबियत अपनी घबराती है जब सुनसान रातों में,
हम ऐसे में तेरी यादों के चादर तान लेते हैं

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5 SEP 2021 AT 10:39

Tum naye viral song ki
Tarah ho
Samjh nahi pata par
Pasand bahut ho

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5 SEP 2021 AT 1:30

एक घर बनाने के खातिर,
मैं अपना घर छोड़ आया हूं -२
और ये कैसी भूख है रोटी की,
जहां मैं सबको भूखा छोड़ आया हूं

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5 SEP 2021 AT 1:07

ना जाने क्यों अब जिंदगी जगाने लगी है,
रातों भर
लगता है अब कुछ कुछ जिमेदारियां आने लगी है,
हमारे ऊपर

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