तबाह रिश्ते लेकर कौन,
कितना क्या ही चला है,
रिश्ते तबाह हो तो क्या ,
ही वफा क्या ही सिला है,
तुम्हे सारी दुनिया जहान
मान इबादत की तुम्हारी,
तुमने सिर्फ इसे खामखा ही,
मुहब्बत समझ रखा हैं,
इस रिश्ते मे न तुम इज़हार,
करना न ही हम करेंगे,
छुपा कर खामोश रहना ,
तुम हम भी वैसे ही रहेंगे,
जमाना जब पूछे जांचेगा,
इस रिश्ते की कसौटी पर,
गुमान रखना तुम भी मुस्कान,
के,साथ हम भी वैसे रहेंगे,
जाओ नही बंधेंगे न बाँधेंगे ,
दोनों को रिश्ते, रस्म रिवाज़ों से,
बेफिक्र खुशमिजाज तुम भी,
रहना तो आज़ाद हम भी रहेंगे,
क्यो सुनाएँ जमाने को हमारे ,
खामोश इश्क के किस्से यूँही,
गुमनाम आशिक के नाते खत,
तुम लिखना पते पे मिलेंगे हम,
बताओ जरा रिश्ते और पंछी ,
बांध जंजीर मे कौन खुश रहा है,
हुक्म दे दो मेरी शाहजदी तो,
सारी जिंदगी नज़र नही आयेंगे,
गुमनाम आशिक थे है और खुदा,
से दुआ है वही ही रह जायेंगे
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तबाह रिश्ते लेकर कौन,
कितना क्या ही चला है,
रिश्ते तबाह हो तो क्या ही,
वजह, वफा, क्या सिला है,
तुम्हे सारी दुनिया जहान मान,
इबादत करी हमने सिर्फ तुम्हारी,
तुमने सिर्फ इसे खामखा ही ,
मुहब्बत को दिल्लगी समझ रखा हैं,
इस रिश्ते मे न तुम इज़हार इकरार करना,
न इज़हार और इकरार हैं भी यूही करेंगे,
छुपा कर इश्क़ खामोश रहना तुम ,
हम भी जमाने के सामने मौन ही रहेंगे,
जमाना जब पूछे जांचेगा ,
इस रिश्ते की कसौटी पर,
गुमान रखना तुम भी मुस्कान के,
साथ हम भी वैसे रहेंगे,
जाओ नही बंधेंगे न बाँधेंगे दोनों को ,
रिश्ते, रस्म और खोखले रिवाज़ों से,
बेफिक्र खुशमिजाज तुम भी रहना ,
तो आज़ाद और आशिक हम भी रहेंगे,
क्यो सुनाएँ जमाने को हमारे,
खामोश इश्क के किस्से यूँही,
गुमनाम आशिक के नाते खत तुम,
लिखे पते पे हम मिलेंगे ,
बताओ जरा रिश्ते और पंछी बांध ,
जंजीर मे कौन खुश रहा है,
हुक्म दे दो मेरी शाहजदी तो ,
सारी जिंदगी नज़र नही आयेंगे,
गुमनाम आशिक थे है और,
खुदा से दुआ है वही ही रह जायेंगे
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देख लिया तुमको मैंने,
अब पूरा हो गया हूं मैं
तुमने मेरी मोटी भद्दी बदसूरत चमड़ी,
के भीतर की मां को जाना है ,
अक्सर लोग चमड़ी देख मन,
का अंदाजा लगाते हैं ,
तुम सबसे अलग तुमने ,
मेरे मन को पा लिया है।-
आजकल गुमसुम हो
क्या हुआ जयप्रकाश
इश्क में नीलाम हुई है जुबान
और गुलाम हुए है हम अब,
कुछ भी नहीं है पास शायद
इसीलिए गुमसुम है-
यह वादा है रब से कि एक दूसरे से ,
आखिरी मुलाकात पर फूल बरसाएंगे ,
एक मौका तुम्हारे निकाह का होगा ,
जब हम फूल बरसाएंगे ,
और दूसरा जब तुम ,
हमारे जनाजे पर फूल बरसाओगे-
मेरे मरने के बाद मेरा जनाजा,
उसकी गली मे घुमा देना,
अगर वो छत पे नज़र आये तो ,
मेरा कफन खोल मेरा चेहरा उसे दिखा देना।
फकत वो नीचे उतर कर आ पायेगी नही ,
घर पर पहरा बड़ा सखत है उसके यहाँ,
कुछ खत लिखे एक रोज़ पहले मेरी मौत के,
जाते जाते उसे देते हुए चले जाना ,
सुनो जरा मेरी लाश जाने वालों,
वह छत से गमले के गुलाब,
तोड़कर फेंक रही होगी,
मेरे जिस्म पर निशान लगे ,
ऐसा मेरा जनाजा सजना ,
लगूँ में निकाह के लिए तैयार ,
ऐसा मुझे गुसल तुमलोग करवाना,
एक शाम पहले जनाजे की माटी,
दरवाजे पर रख देना मेरे महबूब के,
वह हाथ लगा दे तो मेरे कबर तक ,
उस पाक साफ माटी ले आना ,
मैं खुदा का सफर तय करना शुरू,
करूंगा उसके हाथ लगी माटी प्रकार,
मेरे जनाजे को ऐसे ही ले जाना ,
सुनने वालों इसे मेरी वसीयत ,
की तरह याद कर लो मेरे ,
मरने के बाद यह दास्तान सबको सुनाना
मेरा जनाजा ऐसे ही ले जाना।-
एक बार हमने तुमको देखा,
खुदा की कसम उसके बाद,
तुम्हारे सिवाय कुछ और नही दिखा,
खूबसूरत चाँद होगा,
खूबसूरत तारे होते होंगे,
खूबसूरत जमीन, जहान होता होगा,
खूबसूरत नदी, झील, झरने, पहाड़,
वादी, घाटी होती होंगी,
खूबसूरत आसमां होगा,
खूबसूरत शाम, सुबह होती रही होंगी,
दुनिया मे लाख खूबसूरत बलाये हो तो बनी रहे,
यूँ तो जमाने मे लाख चीज़ थी देखने को,
पर जब से तुम्हे देखा,
उसके सिवा हमने कुछ और नही देखा,
जब से तुम्हारी नजरो को देखा उसके सिवा हमने कुछ और तुमसा खूबसूरत नही देखा।-
It will be you 🫴
My first ray of sun ☀️,
My full moon 🌕,
Whenever I see you ❤,
My eyes blooms 🌺,
You are my World 🌏,
You are a misty sea waves 🌊,
I want to be your Seashore 🏖,
You are a flowing wind 🌬,
You are the worlds only 👸,
Wearing always a crown👑,
I want to bow down my 👀,
My 👸queen👑,
I wish to live with you always....
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नाराज़ होने पर कोई मनाने वाला होना चाहिए
बिना बात के भी तारीफ़ करने वाला होना चाहिए
बिना कुछ बोले भी सुनने वाला होना चाहिए
बिना कुछ बताये भी समझने वाला होना चाहिए
लबों को तो सब पढ़ते है, आंखों को पढ़ने वाला भी होना चाहिए
बेसुरे को भी सुर में कहने वाला होना चाहिए,
केवल बिंदी और बालों को खोलने पर सुंदर कहने वाला नहीं,
हर रूप में सुन्दर लगती हो ऐसा कहने वाला कोई होना चाहिए
केवल मन रखने के लिए ही मेरी बात मानने वाला कोई होना चाहिए
बिना कोई सवाल- जवाब बिना किसी सच -झूठ की बातों का वास्ता दिए
कोई होना चाहिए मेरी हर ज़िद को मानने वाला
हमेशा हर बात को सत्य की पराकाष्ठा पर ना मापने वाला कोई ऐसा भी दीवाना होना चाहिए
थोड़ी कम कम समझ की उम्मीद लिये और नासमझी पर दार्शनिकों जैसी बातें ना सुनाने वाला होना चाहिए
कोई मुझ को मुझ से ज्यादा प्यार करने वाला होना चाहिए
कोई मुझ को भी चाँद बुलाने वाला होना चाहिए।
-FIRST RAY OF SUN .....-
तुम समझदार हो ,
मैं बेवकूफी की हद हूँ,
मैं बेफिक्र हर जगह,
तुम जागो समझो जहां को मेरी तरह,
तुम आंगन में तुलसी को पानी देती हो,
मैं गमले में कैक्टस रोप देता हूँ,
तुम मुझे समझने की जुगत में रहती हो,
मैं हर वक्त नासमझी की हद पार कर देता हूँ,
तुम रोशनी हो अंधेरे में ,
मैं झट अंधेरा कर देता हूँ
बस हम दोनों हर जगह एक ही एक है ,
तुम मुझको अपना सर्वस्व मानती हो,
मैं तुमको अपना सर्वस्व मानता हूं।-