17 अगस्त मेरे जन्मदिन के अवसर पर आप सभी मित्रों, स्नेहीजनों, बड़ो का स्नेह आशीष, दुलार और अपनापन से ओत-प्रोत शुभकामनाएं, बधाई सन्देश बड़ी संख्या में प्राप्त हुए है। मै बहुत खुशी और आदर के साथ आप सब के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूँ और आशा करता हू कि आपका इसी तरह स्नेह, सहयोग, मार्गदर्शन और आशीर्वाद सदैव मुझे मिलता रहेगा।
जय गणेश🙏🙏-
जय गणेश🙏🙏
जय श्री श्याम🙏🙏
जय महाकाल🙏🙏
शहीदों को दिल स... read more
मैं नहीं चाहता मुझे कोई दूसरा मैनेज करें
लेकिन तुम में शामिल होने की लालसा हर वक़्त रहती है।-
जब बारिश में लिखी गयी पंक्ति
को अक्सर जलते हुए देखता हूँ।
तब एक ठहरा हुआ पल
मुझे ठिठुरन सा याद आ जाता है।-
भरी बारिश में कहने की बातें हम कह ना सके
लब ख़ामोश रहे, दर्द हम सह ना सके
अपनी ख़ामोशी पर अब रोया जायेगा
मैं ठीक हूँ ये दुनियाँ को अब कहा जायेगा।-
भरी महफ़िल में कुछ नजरें नजरअंदाज थी
पानी को भी पानी की प्यास थी
अजीब कश्मकश में थी गुनहगार ख्वाहिशें
उसके लबों की सकुचाहट में इश्क़ की प्यास थी।-
उन्माद
मैं दावा करता हूँ
मैं महसूस करता हूँ
इच्छाओं की बुनियाद
है सब कुछ पाने की इच्छा
लालसा तुम से जुड़ने की और तुम पर अधिकार पाने की
आसान नहीं है फ़िलहाल स्वपन्नों का साकार हो जाना
यौवन जीवन संग मचलती विकल लहरें
दर्पण पर प्रतिबिंब बनता सिर्फ वांछित मनोरथ
जो नहीं है पर्याप्त
इस पागलपन के लिए
खैर आयु और यौवन बीता जा रहा है।
नन्हीं सी जिंदगी बदल गई है एक कट्टर उन्माद में।-
राहत की बातें कर,काम की बातें कर
होली आयी है तो सिर्फ गुलाल की बातें कर।-
रंग ही नहीं बचे जीवन में होली कैसे मनाऊं
काली स्याही बची है क़लम में जिससे तुझे सफ़ेद लिख पाऊँ।-
खुद को खोने का डर भी आख़री था
उसके शहर जाने का टिकट भी आख़री था
दौड़ पड़े हम अनजान राहो पे नंगे पाँव
एक दिन ख़ुद से बिछड़ना भी लाज़मी था।-
इश्क़ की वित्त मंत्री हो तुम
दिल का बजट "लजील" पेश करना
आत्मनिर्भर होना पड़े तुझ पर
इस फरवरी कुछ ऐसी घोषणा करना।— % &-