खा जायेगा एक दिन हमारा अकेलापन हमको और तुम सोते ही रह जाओगे ,
किसी दिन खबर मिलेगी की चल बसा वो शख्स और तुम रोते ही रह जाओगे...-
टूटे हुए को और तोड़ा उन्होंने ,
भरी महफिल में हमको छोड़ा उन्होंने ,
मत पूछो नफरत ए इश्क का अंजाम यारों ,
हमसे अपनो के सामने मुंह मोड़ा उन्होंने.....-
प्यार वो है तो चाहत उसी की रहेंगे यूं बार बार इश्क करना हमारी फितरत नहीं ,
दोबारा मोहब्बत हम करें अजी छोड़िए गर करी तो हमारे प्यार में शिद्दत नहीं....-
बेहिसाब मोहोब्बत का आज यूंही बातों बातों में परिणाम निकल कर आया है ,
तेरे जाने के बाद भी "इश्क" सुनकर तेरा नाम निकल कर आया है .....-
वो रूठे हमसे और कर लिया फैसला उन्होंने हमसे दूर जाने का ,
जिद भी नही कर सकते की लौट आओ वादा जो किया था हर फैसले में साथ निभाने का....-
बेवकूफ समझती है वो मुझे में बदनसीब प्यार का मारा हूं ,
भले ही तू किसी और का होजाए मगर अंत तक में तुम्हारा हूं...
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मत करो सलूक गैरों सा हमसे ज़िन्दगी में हम आपकी किराए के हैं ,
मोहब्बत भरे लब्ज आपके जो हमारे थे कभी अब किसी पराए के हैं...-
जुल्फ़ों को संवारा तुमने और हम होश खो गए ,
आंखों से जब आंखें मिली हम बस तेरे हो गए....-
सफर हम दोनों का जैसे किसी रास्ते का अंत हो ,
भले ही साथ एक दूसरे के ना हों लेकिन प्रेम अनंत हो..-
पहले से टूटे हुए हैं हम लोग फिर भी तबाह करने में लगे हैं ,
एक उस अपने को छोड़ कर सारे परवाह करने में लगे हैं ,
और जैसे ही हम अपने इश्क़ कि दास्तान सुनाने बैठे ,
कहानी सुनने से पहले ही लोग वाह वाह करने में लगे हैं...
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