anuradha mishra   (Immortal Anuradha)
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हर बात लिखी जानी चाहिए, चाहे कागज़ पर, चाहे दिल पर।😊
Joined 18 April 2019


हर बात लिखी जानी चाहिए, चाहे कागज़ पर, चाहे दिल पर।😊
Joined 18 April 2019
27 APR 2023 AT 7:43

उनके आने पर पढ़नी है कहानियां दिल की
मेरा नाम कहीं लिखा हुआ है उनमें

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26 APR 2023 AT 12:54

जब गूंजती है, मेरे घर के किसी कोने में आवाज़
मुझे याद आता है मेरा परदेसी सनम
सिसकती हैं सिलवटें जब बिस्तर की हर रात
मुझे याद आता है मेरा परदेसी सनम
तुम बहुत सुंदर हो, कहना हर बार
मुझे याद आता है मेरा परदेसी सनम
साथ ले चलूंगा जब आऊंगा इस बार
मुझे याद आता है मेरा परदेसी सनम
बिना नींद ये रात कट जाती है,
मैं उतर जाता हूं समंदर में इस पार से उस पार
मुझे याद आता है मेरा परदेसी सनम

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25 APR 2023 AT 11:42

बेटे भी विदा होते हैं
सिर्फ बेटियां ही नहीं
Read in caption

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11 NOV 2022 AT 22:16

उसने कहा "तुम जा रहे हो"
मैंने कहा कि "जाना पड़ता है"
कुछ पन्ने फाड़ने पड़ते हैं
कुछ खतों को जलाना पड़ता है
कभी कभी कुछ राहों से
मुड़ जाना पड़ता है
अथाह सागर है आंखें मेरी
तुम रह तो सकते हो मगर
आंखों में बसने वाले को
अश्कों के साथ बह जाना पड़ता है
पास रहकर भी कौन सा वो पास था मेरे
मैंने भी समझाया उसे पास रहने के लिए कभी
दूर जाना पड़ता है
उसने कहा "तुम जा रहे हो"
मैंने कहा कि "जाना पड़ता है"

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16 OCT 2022 AT 8:05

सफर रोज किया जाता है क्या
ये रास्ता वहां जाता है क्या
किस तरफ मुड़ जाती हैं राहें
मेरे गुजरने से, वो शक्स कुछ भी जानता है क्या
गर्द रास्तों की पड़ी है मेरे बदन पे
ये साफ होगी कभी ? आइना है क्या ?
मृग तृष्णा में भटक कर खो जाऊंगा कहीं मैं
तुम ढूंढ लोगे मुझे, कोई रास्ता है क्या??

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24 JUN 2022 AT 16:15

जरुरी नहीं कि आपको सुनहरे भविष्य के सपने दिखाने वाले हर व्यक्ति का आपसे भावनात्मक जुड़ाव हो वह आपका भला सोचता हो
कभी-कभी अच्छे लोग मरीचिका की तरह होते हैं
उन्हें प्राप्त करने के आपके सभी प्रयास विफल होने वाले हैं।
कठिन समय की भरी दोपहरी में आवश्यक सामग्री ( हौसला, उम्मीद) साथ रखें।
अन्यथा परेशानियों के लू से आप स्वयं को बचा नहीं पाएंगे।

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13 APR 2022 AT 0:48

मैं एक ख्वाब देखूं क्या
तुम्हारी बाहों में सिमट कर
तुमको नींद आती है क्या
मुझसे दूर रहकर
मेरी बड़बोली बातों से तुम्हे
गुस्सा आता है क्या
मेरा रूठ जाना तुम्हें सताता है क्या
मेरी पायल तुम्हें रात भर जगाती है क्या?
अच्छा तुम्हे मेरी याद आती है क्या?

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8 APR 2022 AT 0:19

उसके दुखों के सामने मेरे गमों का घनत्व।
आंखों में झलकते मोती जब पलकों के किनारे भिगोते हुए रुमाल की तह में सिमटने लगते हैं।
उसकी मुस्कुराहट के बदले कांपते होंठ देखता हूं , मेरा दिल चीख उठता है।
मैं चाहता हूं उसे अपने हिस्से की सारी खुशियों की संपत्ति से भर दूं।
मेरी नज़र उसके चेहरे पर ज्यादा देर नहीं ठहर पाती,
उसकी नजर उतारने के लिए व्याकुल हृदय को जाने कितने सामाजिक बंधनों से बांध कर मना लेता हूं ।
मैं अपने अंदर ही दम घोंट देता हूं उन हजारों भावनाओं का
जो मचल रही होती हैं उसके एक स्पर्श के लिए।।
मैं कभी - कभी उसे बस नहीं बता पाता, कि मैं अथाह प्रेम करता हूं उस से।

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7 DEC 2021 AT 20:11

पिघल के आंखों से गिरने लगता है दर्द सारा
जख्मों पे कोई मरहम सा लगा देता है
स्पर्श आपका

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1 OCT 2021 AT 11:35

दो लुटे हुए लोग कोशिश कर रहे हैं एक घर बसाने की
दो टूटे हुए लोग कोशिश कर रहे हैं एक आशियां बनाने की

दो बिखरे हुए लोग चाहते हैं समेट लेना आंखों में समंदर को
जो दर्द देता है, वो चाहते हैं भूल जाना उस मंजर को

आंखों में काली परछाइयां बसती हैं जिनके
वो नजारों में रंग भरना चाहते हैं
जीत हार का पता नहीं बस जंग लड़ना चाहते हैं

चाहते हैं मुस्कुराना खिलखिलाना गुनगुनाना
रूठ जाना, फिर मनाना, दूर जाना, पास आना

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