चाहते हो तुम अगर ,रावण जलाना छोड़ दो,
उससे पहले हाँ मगर, रावण बनाना छोड़ दो।
ना किसी भी वंश के सब,
वीर को मृत्यु संघारे।
ना कोई भी धर्म ज्ञाता,
पापियों के हठ से हारे।
ना कोई साम्राज्य उजड़े,
ना कहीं लंका दहन हो।
उससे पहले तय करो की,
ना कभी सीता हरण हो।।
जब तलक सीता को, धरती पर सताया जाएगा,
याद रखना तब तलक, रावण जलाया जाएगा।
अनुराग ठाकुर "खानाबदोश"
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