ये जो खोये खोये से रहते हो कुछ इशारा हैं क्या,
कल तोहफ़े में जो मिला हमें दिल तुम्हारा हैं क्या।-
Wish me on 27 april
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जानती हूँ मैं तेरी मसरूफ़ियत के क़िस्से
क्या तू मगर मेरे हालात ओ हाल जानता हैं?-
हम ठहरें तुम ठहरें, ठहरे ये मौसम ए बहारां
रात ख़ूबसूरत हैं बहुत देख मेरी नज़्र से यारा-
क़रार ए दिल, दिल को करार नहीं आता
क्या तुम्हें अब मुझ पर प्यार नहीं आता
ना देख अब इस तरह मेरी जाँ मुझकों
कहते है इक़रार के बाद इन्कार नहीं आता
देख ग़ालिब ज़ौक़ और जॉन भी चले गए
अना आती हैं तो तलब ए दिलदार नहीं आता
मैंने क्या कहा मत मान मेरे चाहनेवाले
मैंने जो लिखा उससे इख़लाक़ नही आता-
दफ़्तर ज़िम्मेदारियाँ शग्ल फिर घर आता हैं
खुद से खुद का सफ़र कहाँ मगर आता हैं-
क़रार ए दिल, दिल को करार नहीं आता
क्या तुम्हें अब मुझ पर प्यार नहीं आता-
जिम्मेदारियों के तले दबे जा रहें हैं
हर मुश्किल अब हम सहें जा रहें हैं
बचपना ख़त्म हुआ सा लगता हैं
क्यूँ न जानें, संग बन जिये जा रहें हैं-
दिल तरसा हैं अख़बार देख
तस्वीरों में अपना यार देख
मसरूफ़ ईतना हो चुका वो
तू देख बस इश्तिहार देख
ज़रा भी उठतीं अब नज्र कहाँ
देख मेरी जाँ मेरा प्यार देख
ग़ज़लों में मेरी तिरी ही तस्वीरें
तू पढ़ कर मेरे अशआर देख
एक अरसे तक तरसे जिसको
तू उस चाँद का अब दीदार देख
शफ़क़ ए आफ़ताब का ताब भी
शान ए माहताब ए इज़्हार देख
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क्या यादें क्या बातें क्या मोहब्बत
मियाँ, ये सब मतलब की बातें हैं।-
क्या चाहते हो मोहब्बत
ख़्वाहिश ए दिल मोहब्बत
मोहब्बत मोहब्बत मोहब्बत
नीमशीरीं या कड़वी मोहब्बत
निस्बत ए क़ल्ब के आगे क्या
लहू ए रंग भी हैं मोहब्बत
शिद्दत क़यामत अदावत आफ़त
सबका क़याम मोहब्बत
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