Anupam Kumar Singh   (Dil ki Diary)
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Joined 18 December 2016


Joined 18 December 2016
22 FEB 2022 AT 8:46

Jo rishte dil mein pla krte h..
sirf wo hi chla krte h..
Aakhon ko pasand aane waale. har roz badla krte h..

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14 FEB 2022 AT 1:29

जब सांसे प्यासी हो जाती हैं
तो धड़कन काशी हो जाती हैं!

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14 FEB 2022 AT 0:39

तू धूप हल्की हल्की मैं सुनहरी शाम हूँ।
तू गंगा आरती तो मैं बनारस का घाट हूँ।।

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10 FEB 2022 AT 21:08

धड़कने आज़ाद हैं
पहरे लगा कर देख लो ।
प्यार छुपता ही नहीं
तुम छुपाकर के देख लो।।

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9 FEB 2022 AT 19:32

जहां तुम हो जहां हम है
फिर किसी की क्या जरूरत है
तुम हो हम है क्या जिंदगी कम है

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8 FEB 2022 AT 19:22

तुम्हारी ये झील सी आंखे
जिसमे मै डूबने को तैयार रहता हु।
क्या बताऊ मै आप को
कि मै आप से कितना प्यार करता हु।।

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1 FEB 2022 AT 13:46

बनारस की घाट हो तुम,
तुम्हे छुने के लिए मुझे गंगा होना पड़ेगा।

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14 AUG 2021 AT 19:31

"उन्होंने हमें पढ़ के इस तरह रख दिया जैसे लोग पुराने अखबार को रख देते है I"

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28 SEP 2019 AT 8:04

राष्ट्र की आजादी के लिए बलिदान देने वाले,
शहीद भगत सिंह जी की जयंती पर उन्हें
शत-शत नमन ।

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28 SEP 2019 AT 7:50

रिश्तों का स्वाद प्रतिदिन बदलता रहता है-
मीठा, नमकीन या खारा बस ये इस बात पर निर्भर करता है-
कि हम प्रतिदिन अपने रिश्ते में मिला क्या रहे हैं ।

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