ANUKESH TIWARI   (Anukesh...)
23 Followers · 6 Following

लिखना, लिखते-लिखते ही लिख रहा हूँ.. 😔
Joined 20 March 2019


लिखना, लिखते-लिखते ही लिख रहा हूँ.. 😔
Joined 20 March 2019
17 MAR AT 21:32

बहुत कुछ घट चुका है, बहुत कुछ बाकी है।
बदनसीबियों से पूछना कभी, मेरा नाम ही काफी है। ।

-


28 SEP 2024 AT 2:11

क्यूँ बदल गया हूँ , मैं इतना ?
क्यूँ दूर हूँ मैं , खुद से कितना।

पहले तो खुश था , मैं कितना ?
क्यूँ नहीं हूँ अब, पहले जितना ।

क्यूँ नहीं है विश्वास, पहले जितना ?
क्यूँ बदल गया है ,स्वभाव इतना ।

क्यूँ करता हूँ अब , घृणा इतना ?
क्यूँ खुश नहीं हो जाता मैं, पहले जितना ।


-


25 NOV 2023 AT 20:10

..कि गर कह दूँ कि मोहब्बत है तुमसे ।
तो क्या मोहब्बत है , गर कह दूँ मैं तुमसे। ।

-


17 FEB 2023 AT 2:21

उस रात हम रात भर ना सोये ....
जिस रात खुली आंखों से देखा था सपना तुम्हारा,
...कई रात के बाद। ।।

-


16 FEB 2023 AT 23:06

...कि आज भी वही कशिश है तेरे चेहरे में..|

हम आज भी इन्हें देखकर दिल को फड़-फड़ाने से
रोकते हैं||

-


23 DEC 2022 AT 22:37

कर लिया किनारा दुनिया ने हमसे ....

'हम गरीब जो ठहरे'....😥

-


9 DEC 2022 AT 1:17

तड़प दिल में हो तो बेहतर है..।

यूँ चेहरे पर बेचैनी अच्छी नहीं लगती। ।

-


19 SEP 2022 AT 22:54

की थी हमने ये सोचकर मोहब्बत कि बुरा ज़माना तो नहीं है...।
तुम एक बार मुस्कुराए भी नहीं , मेरा शेर इतना पुराना
तो नहीं है। ।

-


1 JAN 2022 AT 21:54


किसी ने कहा..
क्या खूब लिखते हो उनके बारे में..

हमने मुस्कुरा के कहा .... 👇

मकसद-ए-यार के लिए नहीं..

लिखते हैं, तवायफ-ए-आरजू के लिए ।।

-


1 JAN 2022 AT 21:42

इंसान खुद ही, खुद को, 'खुद' बनाता है।।

-


Fetching ANUKESH TIWARI Quotes