◆सस्ती शायरी◆कौन कहता है, अब ज़माने मेंमोहब्बत नहीं मिलती,एक नज़र फेसबुक की दीवारों कोपढ़कर तो आइए । - अनुजा
◆सस्ती शायरी◆कौन कहता है, अब ज़माने मेंमोहब्बत नहीं मिलती,एक नज़र फेसबुक की दीवारों कोपढ़कर तो आइए ।
- अनुजा