18 APR 2018 AT 15:10

◆सस्ती शायरी◆

कौन कहता है, अब ज़माने में

मोहब्बत नहीं मिलती,

एक नज़र फेसबुक की दीवारों को

पढ़कर तो आइए ।

- अनुजा