वो रिश्ता ही क्या
जो कैद लगे !
पिंजरा ऐसा हो,
जहां खुद लौटने
का मन करें !-
self made enterpreneur
instagram: @setia.anuj
वो रिश्ता ही क्या
जो कैद लगे !
पिंजरा ऐसा हो,
जहां खुद लौटने
का मन करें !-
हर ज़िंदगी एक कहानी ही तो है...और उसमें ना जाने कितनी कहानियाँ हैं...!!!
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भाषा की तमीज़ एक दिन में नहीं आती । कई लोगों को तो पूरी उम्र नहीं आती ।
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उम्र ही नही थकाती । अपने , फरेब और इर्ष्या भी इंसान को भीतर से थका देती है ।
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क्या ठहरना किसी से तंग आकर । सिर्फ संघर्ष बढ़ा दो अपना । कोई चाहकर भी कुछ नही कर सकता ।
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ये भी गुजर जायेगा कहने वाले लोग भुल जाते हैं वो भी तो गुजर जायेंगे ।
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