मेरे हर एक सवाल, में तेरा नाम आता हैं. तुम कोई ज़वाब हो क्या.. मुझे नींद में भी, तेरा ख्याल आता हैं. तुम कोई ख़्वाब हो क्या... और तेरी एक हँसी से, मेरा हर गम चला जाता हैं. तुम इतनी लाज़वाब हो क्या....
तेरे मेरे इश्क़ की भी, कश्मकश भरी दास्तान है.. पास आता हूं जब भी तुम्हारे, बिछड़ने का ख्याल सताता हैं। और यूं तो इज़हार–ए–इश्क़, हम तुमसे कभी कर ना सके.. मगर फिर भी हर धड़कन के संग, ये दिल तुम्हें मेरे प्यार का एहसास कराता है।।