“ओस की बूंदे है, आंख में नमी है,
ना ऊपर आसमां है, ना नीचे जमीन है,
ये कैसा मोड है जिन्दगी का,
जो लोग खास है उनकी ही कमी हैं ”
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15 SEP 2018 AT 1:37
“ओस की बूंदे है, आंख में नमी है,
ना ऊपर आसमां है, ना नीचे जमीन है,
ये कैसा मोड है जिन्दगी का,
जो लोग खास है उनकी ही कमी हैं ”
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