हर तरफ ऑक्सीजन की मारी हैं,
आज ऑक्सीजन सिलिंडरो की कालाबाज़ारी हैं |
भटक रहा हैं मनुष्य गली गली साँस लेने को,
ऑक्सीजन बिक चुकी, कर रही होशयारी हैं |
गाँव में बिना मास्क के सजी बारात सारी हैं,
हर तरफ हैं पेड़, ऑक्सीजन भी नाच रही,
सबसे की इसने यारी हैं |
शहर में हैं बहुत शोर हर तरफ महामारी हैं,
गाँव में भी हैं शोर दो रोटी के लिये कर रही तैयारी हैं |
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