जहां पर नहीं है अपनापन,
वहीं पर होता है अकेलापन।-
अनुभूति एक पहेली
(©अनुभूति_एक_पहेली)
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मेरी स्वरचित रचनाओं का जनाब कुछ तो आनन्द लीजिए ।
ज्यादा कुछ नहीं तो तारीफ़ में दो शब्द ही ल... read more
ज्यादा कुछ नहीं तो तारीफ़ में दो शब्द ही ल... read more
Joined 21 May 2019
11 HOURS AGO
तस्वीर बता रही है ये दुल्हन अभी नई नई बनी हैं,
ज़िंदगी के बुरे पड़ाव से अभी तक गुजरी नहीं है।-
11 HOURS AGO
तुमने याद नहीं रखा उस बात का खेद नहीं,
पर तुम मुझे भूल गए उस बात का खेद रहेगा।-
11 HOURS AGO
कह भी दो अपने दिल की बात,
तेरे वजूद का पता नहीं हैं
पर मेरा वजूद अब खोने को है।-
4 MAY AT 19:15
सुनो
ख़ुद से बिछड़ जाएंगे,
जो ख़ुद से ही गैर हो जाएंगे
तो किसी के भी न रह पाएंगे।-
3 MAY AT 21:49
नहीं देखा जाता है हमसे अब ये ख्वाब तुम्हारा,
सुनो तुम्हें इस जन्म में ही हकीक़त बनना होगा।-
3 MAY AT 21:41
मैं भी चाहती हूं कि
तुम बहुत खुश रहो,
पर मेरे बैगर नहीं।
मैं भी चाहती हूं कि
रहो थोड़े से दूर,
पर मुझसे दूर नहीं।
मैं भी चाहती हूं कि
मांगो वो मिल जाएं,
पर मेरे बिना नहीं।-
3 MAY AT 21:28
देखते देखते
लगभग
साढ़े दस बजे
से पहले
वो खर्राटे मारते हुए
चल पड़ता है
किसी हसीना के
दरवाजे पर
दस्तक
देने।-