उनसे मिलना, बातें करना और सुनाना गीत गजल,
प्रेम की परिभाषा में क्या केवल इतना ही आता है?
हम मिलते, झगडा करते, हैं और मनाते फिर उनको,
जो शय उनको भाती है वो सब दिलवाते फिर उनको,
आँखों पर हम गजलें पढ़ते, गीत भी उन्हें सुनाते हैं,
हाथ पकड़, बातें करते - करते ही खो से जाते हैं,
प्रेम की परिभाषा में और बहुत कुछ आना बाकी है,
अभी तो मोहतरमा की जुल्फ़ें भी सुलझाना बाकी है!!
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तुम जब साथ होते हो
तो अच्छा लगता है
तुम जब साथ नही होते हो
तो ज्यादा अच्छा लगता है
तुम्हारी अनुपस्थिति कराती है अहसास
मुझे उस अद्वितीय प्रेम के स्तर का
जो मुझे तुम्हारा होने और
सदैव तुम्हारा बन के रहने की
प्रेरणा देता है
तुम्हारी अनुपस्थिति में भी
मुझे हर पल होता है
तुम्हारी मौजूदगी का अहसास
अंततः
मेरे उधेड़-बुन से जीवन में
तुम्हारी उपस्थिति
जरूरी है, बेहद जरूरी.-
विचार करना
बेहद संकीर्ण विषय है
अपितु अवांछित विषय पर
किये गए विचार इसे विकीर्ण बनाकर
मन एव्ं मस्तिष्क को विचलित कर देते हैं
दिनचर्या के दौरान
किये जाने वाले विचारों का चयन
लक्ष्य प्राप्ति एव्ं उससे दूरी दोनों को
प्रभावित करने में अहम भूमिका निभाते हैं
अतः वांछित वस्तुओ पर किये
जाने वाले विचार अधिक
लाभप्रद हैं...!!-
कल्पना कर पाना
प्रमाण है अवास्तविक न होने का
निष्कपट नीले आकाश के तले की गई
प्रत्येक कल्पना को साकार करने की
चेतना में ही उससे जुड़े संसाधन
निहित होते हैं
जरूरत है तो केवल
स्पंदन का इच्छा से सामंजस्य
स्थापित करने की ।।
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